कासगंज: आठ माह से लापता कानूनगो की तलाश में नाले में उतरी NDRF की टीम

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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18 अगस्त 2024 को फतेहगढ़ से ड्यूटी करके घर आते समय हुए थे लापता 

कासगंज, अमृत विचार। 18 अगस्त को लापता हुए कानूनगो का अब तक कोई सुराग नहीं लगा है। परिजन लगातार प्रशासन से बरामदगी की गुहार लगा रहे थे। वहीं अब मोबाइल लोकेशन के आधार पर मंगलवार की सुबह यानी करीब आठ माह बाद गाजियाबाद से आई एनडीआरएफ की टीम ने रेलवे पटरी के बीच बह रहे नाले में कानूनगो की तलाश की। लेकिन काफी कोशिश के बावजूद कोई सुराग नहीं लगा। 

शहर के पीली कोठी बिलरामगेट निवासी मनोज कुमार माहेश्वरी फतेहगढ़ की तहसील में कानूनगो के पद पर तैनात थे। वह हर दिन सुबह कासगंज से फतेहगढ़ जाकर ड्यूटी करते थे। 18 अगस्त की शाम को भी वह ड्यूटी कर वापस घर के लिए निकले थे, लेकिन घर नहीं पहुंचे। परिजन तलाश करने के लिए फतेहगढ़ गए तो वहां कोई ठीक से जानकारी नहीं मिली। रिश्तेदारों में भी खोजबीन की गई,मगर कोई सफलता हासिल नहीं हुई। थक हार कर उनकी पत्नी संगीता माहेश्वरी ने फतेहगढ़ थाने में 21 अगस्त 2024 को गुमशुदगी दर्ज कराई। थाना पुलिस ने उनके मोबाइल की लोकेशन कासगंज रेलवे स्टेशन के समीप की बताई। 

मंगलवार को उनकी तलाश के लिए गाजियाबाद से एनडीआरएफ की टीम कासगंज में पहुंची। टीम ने रेलवे के मध्य बने नाले में कानूनगो की तलाश की, लेकिन कोई  अता पता नहीं चला। उनके परिजन सकुशल बरामदगी केलिए जिला प्रशासन से लेकर शासन तक से गुहार लगा चुके हैं। लापता कानूनगो की पत्नी संगीता ने बताया कि फतेहगढ़ पुलिस द्वारा रेलवे के नाले तक मोबाइल की लोकेशन बता रही है।

पहले भी नगर पालिका की टीम द्वारा नाले में तलाश की गई थी, उस वक्त भी नाले में कुछ नहीं मिला। अब एनडीआरएफ की टीम  सात माह 28 दिन बाद तलाश के लिए आई है। तलाश करने वाली एनडीआरएफ टीम में उपनिरीक्षक आनंद, मुकेश,हेड कांस्टेबल निशांत, सतेंद्र, केकेपांडेय, जुगेंद्र, नितिन, राम जुहारी शामिल है।

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