फर्रुखाबाद में सैनिक और उसके दोस्त की नदी में डूबने से मौत; पूजा सामग्री विसर्जन के लिए काली नदी गए थे...
फर्रुखाबाद, अमृत विचार। इटावा बरेली हाईवे पर स्थित काली नदी में भागवत के बाद पूजन सामग्री को विसर्जन करने गए अग्निवीर व उसके साथी नदी में डूब गए। सूचना पर नगर पंचायत खिमसेपुर अध्यक्ष पुष्पराज सिंह ने लगभग 20 गोताखोरों को बुलाया और डूबे हुए दोनों युवकों की तलाश शुरू की गई। लगभग 1 घंटे बाद गोताखोरों ने दोनों को बाहर निकाला। जिंदा होने की संभावना पर दोनों को निजी अस्पताल फर्रुखाबाद ले जाया गया जहां डॉक्टरों ने दोनो को मृत घोषित कर दिया।
जनपद मैनपुरी के एलाऊ माझ गांव निवासी 42 वर्षीय जितेंद्र के घर भागवत कथा का आयोजन किया गया था। जिसका समापन होने के बाद ट्रैक्टर ट्राली पर सवार होकर जितेन्द्र उसके परिजन काली नदी में भागवत की पूजा सामग्री विसर्जन करनें पंहुचे।
जितेन्द्र के साथ में ही उसका दोस्त 23 वर्षीय अंशुल निवासी मोहन नगला एटा भी था। अंशुल बीते चार महीने पूर्व ही अग्निवीर में भर्ती हुआ था। उसका जम्मू कश्मीर में प्रशिक्षण चल रहा था। काली नदी में पंहुचने के बाद जितेद्र व अंशुल नदी में अचानक डूब गये। गोताखोरों और ग्रामीणों की मदद से दोनों के शवों को नदी से बाहर निकाला गया।
