बाराबंकी : पंचायत सचिव व तकनीकी सहायक पर प्राथमिकी, डीएम शशांक त्रिपाठी के आदेश पर हुई कार्रवाई
बाराबंकी : ब्लॉक की ग्राम पंचायत जबरी कला में मनरेगा के तहत हुए भ्रष्टाचार का बड़ा मामला सामने आया है। जिलाधिकारी शशांक त्रिपाठी के निर्देश पर पंचायत सचिव सतनाम मौर्य और तकनीकी सहायक राम प्रताप के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। डीएम ने आरोपी पंचायत सचिव और तकनीकी सहायक से गबन की राशि वसूली के भी आदेश दिए गए हैं।
दरअसल जांच में वर्ष 2022-23 में मनरेगा कार्यों में बड़ी वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं। ग्रामीणों की शिकायत पर लोकायुक्त ने जांच के आदेश दिए। जिलाधिकारी ने तीन सदस्यीय जांच टीम बनाई। जांच में लाखों रुपये की धांधली का खुलासा हुआ। जिसके बाद डीएम के आदेश पर बीडीओ डॉ. नेहा शर्मा ने कार्रवाई की। लेखाकार सहजराम की तहरीर पर देवा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ। इस घोटाले में ग्राम प्रधान मंजू देवी की भूमिका भी संदिग्ध है।
जिलाधिकारी ने 1 अप्रैल को डीपीआरओ को प्रधान के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए थे। साथ ही ग्राम विकास अधिकारी को निलंबित करने का आदेश भी दिया था। लेकिन 20 दिन बाद भी डीपीआरओ ने कोई कार्रवाई नहीं की। ग्रामीणों में आक्रोश है कि प्रधान को संरक्षण क्यों दिया जा रहा है।
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