रामपुर: बेकाबू ट्रक ने बाइक सवारों को रौंदा...एक ही घर से तीन जनाजे उठे तो मचा कोहराम

Amrit Vichar Network
Published By Monis Khan
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रामपुर, अमृत विचार। बिलासपुर में रविवार देर रात भूसी से भरे ट्रक ने बाइक सवारों को रौंद दिया। जिसमें मौके पर दपंति समेत एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। घायल का इलाज हो रहा है। सोमवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है।
 
केमरी थाना क्षेत्र के सुनारखेड़ा निवासी मियां जान उम्र 65 वर्ष अपने बेटे यामीन उम्र 35 वर्ष और बहू सकीना उम्र 28 वर्ष के साथ बाइक से रविवार रात को बिलासपुर में किसी रिश्तेदार के यहां पर दावत खाने गए थे। रात को करीब 11:30 बजे दावत खाने के बाद चारों लोग बाइक से घर आ रहे थे। इस दौरान गड्डू पेशाब करने के लिए बाइक को सड़क किनारे खड़ा करके चल गया। उसके पिता मियां जान वहीं पर खड़े हो गए थे। मियां जान का बेटा और बहू भी उनको देखकर रुक गए थे। इतने में पीछे से तेजी से आ रहे भूसी से भरा ट्रक अनियंत्रित होकर चारों लोगों को रौंदता हुआ निकल गया। उसके बाद आसपास के लोग मौके पर दौड़ कर पहुंच गए और सभी को सीएचसी लेकर भागे। 

डॉक्टरों ने मियां जान, उनके बेटे यामीन और बहू सकीना को मृत घोषित कर दिया। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई। उसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए जिला अस्पताल भेज दिया। घायल गुड्डू का इलाज हो रहा है। परिवार में तीन लोगों की मौत के बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। एएसपी अतुल कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि बिलासपुर में हुए हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा कोसी पुल के उत्तराखंड की बस ने एक बाइक  सवार को टक्कर मारकर घायल कर दिया। उसको अस्पताल में भर्ती कराया। उसके बाद पुलिस ने बस को कब्जे में ले लिया है।  

तीन साल के बेटे का रो-रोकर बुरा हाल
तीन साल की उम्र में ही  मुन्ने के सिर से उसके माता पिता का साया उठ गया है। मुन्ना मम्मी पापा को पुकार रहा है। बिलासपुर में हुए हादसे में दंपति की मौत हो गई। जिसके बाद अब तीन साल के मुन्ने का क्या होगा सभी की जुबानों पर यही सवाल है। 65 वर्षीय किसान मियांजान अपने बेटे और बहू के साथ दावत खाने के लिए रिश्तेदारी में गए थे। सकीना अपने बेटे को घर पर छोड़ गई थी लेकिन, उसके बाद वह लौटकर नहीं आई। माता-पिता के घर आने का तीन  वर्षीय बेटा इंतजार कर रहा था। रह-रहकर वह मम्मी पापा को पुकारने लगता है। 

शव घर पहुंचने के बाद मचा कोहराम
दंपति सहित तीन लोगों के शव एक साथ घर पहुंचने के बाद चारों ओर चीख पुकार मच रही थी। सभी का रो-रोकर बुरा हाल था। मृतक मियां जान के तीन बेटे थे। पहला बेटा दो वर्ष पहले मर गया था। रविवार को हुए हादसे में पिता-पुत्र और बहू सहित तीनों लोगों की मौत हो गई। शव पहुंचने के बाद चारों ओर लोग ही लोग दिखाई दे  रहे थे ।

मौत बनकर दौड़ रहे ओवर लोड वाहन
जिले भर में ओवरलोड वाहन मौत बनकर दौड़ रहे हैं। जिसके चलते लोगों का सड़कों पर चलना दुश्वार हो गया है। बाइक सवारों को रौंदकर चले जाते हैं। रविवार रात को भी भूसी से भरे ट्र्रक ने तीन लोगों को रौंद दिया था। जिससे तीनों की मौत हो गई। डीएम द्वारा गठित की गई टॉस्क फोर्स की टीमें भी इन ओवरलोड वाहनों को रोक पाने में नाकाम हो रही हैं। जोकि लोगों को मौत बांट रही हैं।

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