पहलगाम हमले को लेकर सामने आया पाकिस्तान के रक्षा मंत्री का पहला बयान, उगला भारत के खिलाफ जहर, खेला मुस्लिम कार्ड
इस्लामाबाद: पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का पूरे मामले को लेकर पहला बयान सामने आ है। हमेशा की तरह पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने मुसलमानों का राग अलापा। पाकिस्तानी मीडिया को दिए गए टेलीफोनिक बयान में ख्वाजा आसिफ ने कहा है कि "पहलगाम हमले से पाकिस्तान का कुछ भी लेना देना नहीं है।" इसके बाद उन्होंने भारत के खिलाफ जमकर जहर उगला। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने टीवी चैनल से बात करते हुए कहा कि "पाकिस्तान का इससे कोई ताल्लुक नहीं है। भारत के अंदर भी कई संगठन हैं, जो यह कर सकते हैं, उनमें घरेलू स्तर पर बगावते हैं और यह एक दो नहीं, दर्जनों के हिसाब से हैं। नागालैंड से लेकर कश्मीर तक हैं। साउथ में, छत्तीसगढ़ में, मणिपुर में हर जगह।"
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने जहर उगलते हुए कहा कि "ये संगठन कई जगहों पर हैं और दिल्ली में बैठी जो हुकूमत है, उसके खिलाफ बगावत करते है। ये घर (भारत) में ही पनपा हुआ है। लोग अपना हक मांग रहे हैं। हिंदुत्व हुकूमत जो लोगों का शोषण कर रही है, अल्पसंख्यकों को प्रताड़ित कर रही है, जिनमें मुसलमान भी हैं, ईसाई भी हैं और बौद्ध भी हैं... अपने हक के लिए बगावत कर रहे हैं, जो भारत में हो रहा है। हमारा इसके साथ कोई ताल्लुक नहीं है। हम किसी भी सूरत में आतंकवाद को कहीं भी और कभी भी सपोर्ट नहीं करते हैं।"
https://twitter.com/ghulamabbasshah/status/1914871309424615560
पहलगाम में हुए हमले का पूरा जिम्मा प्रतिबंधित पाकिस्तान स्थित लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकवादी समूह के एक ग्रुप द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने लिया है। जनवरी 2023 में आपको बता दें कि गृह मंत्रालय अमित शाह ने आतंकवादी गतिविधियों पर प्रचार, आतंकवादियों की भर्ती, आतंकवादियों की घुसपैठ और पाकिस्तान से जम्मू-कश्मीर में हथियारों और नशीले पदार्थों की तस्करी के लिए गैरकानूनी गतिविधि (रोकथाम) अधिनियम के अंतर्गत TRF को एक "आतंकवादी संगठन" घोषित किया था। TRF लगातार कश्मीर के पत्रकारों को धमकियां दे रहा था, जिसके बाद ही यह कदम उठाया गया था।
पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि "हम किसी भी कीमत में आतंकवाद को समर्थन नहीं करते हैं। बेगुनाह लोग इस किस्म की स्थानीय जंगों में निशाना नहीं बनना चाहिए। पाकिस्तान पर इल्जाम लगाना ठीक नहीं है। हमारे पास इसके कई सबूत हैं और इसका लंबा इतिहास है, लेकिन अगर कहीं पर लोग हक के लिए आवाज उठा रहे हैं, हथियार उठा रहे हैं, तो इसमें पाकिस्तान पर निशाना बनाना बहुत ही आसान है। हमें शक हैं कि बलूचिस्तान में भारत का हाथ है।" वहीं भारतीय एजेंसियों का कहना है कि पहलगाम हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है और वो कश्मीर को फिर से अशांत करना चाहता है।
