Lucknow Cylinder blast: बारी-बारी से फटते रहे सिलेंडर, 250 से ज्यादा झोपड़ियां जलकर खाक, देखें Video
सिलेंडर और बाइकों की पेट्रोल टंकियों में हुए धमाकों से मची दहशत
लखनऊ, अमृत विचार: कृष्णानगर कोतवाली अंतर्गत केसरी खेड़ा में देर रात उस वक्त चीख-पुकार में मच गई। जब बिजली के पोल में शार्ट सर्किट से बस्ती में आग लग गई। एक छोटी से चिंगारी ने पूरी बस्ती को अपनी आगोश में ले लिया। इस अग्निकांड में 250 से भी ज्यादा झोपड़ियां जलकर राख हो गई। हालांकि, लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन नतीजा शून्य रहा। इस दौरान झोपड़ियों में रख घरेलू सिलेंडर और बाइकों के पेट्रोल टैंक के तेज धमाकों ने इलाके को दहला दिया। जानकारी मिलते ही घटनास्थल पर पहुंची पुलिस ने दमकल कर्मियों को सूचना दी। इसके बाद 15 फायर स्टेशन से दमकल के फायर टेंडर घटनास्थल पर पहुंचकर राहत कार्य में जुटे गए। करीब छह घंटे की जद्दोजहद के बाद फायर फाइटरों ने आग पर काबू पाया। गनीमत थी कि इस अग्निकांड में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है।
मुख्य शमन अधिकारी लखनऊ (CFO) मंगेश कुमार के मुताबिक, रात 1.30 बजे दमकल विभाग के कंट्रोल रूम पर केसरी खेड़ा रेलवे लाइन किनारे बसी बस्ती में आग लगने की सूचना मिली थी। जानकारी मिलते ही सरोजीनगर, आलमबाग फायर स्टेशन से दमकल की गाड़ियां रवाना की गई, लेकिन यह गाड़ियां आग बुझाने में नाकाफी थी। इसके बाद हजरतगंज, पीजीआई और चौक फायर स्टेशन से अतिरिक्त गाड़ियों को भी बुलाया गया। पुलिस की मदद से बस्ती में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकला गया। जिसके बाद करीब 15 दमकल की गाड़ियों से आग पर काबू पाने का प्रयास किया गया। छह घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलता रहा।
सीएफओ ने बताया कि इस अग्निकांड में किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हो सकी है, लेकिन बस्ती के बाशिंदों का घरौंदा जलकर नष्ट हो चुका है। फिलहाल, इस अग्निकांड में नुकसान का आंकलन किया जा रहा है। प्रथम दृष्टया में बिजली के खम्भे में शार्ट सर्किट से फैली चिंगारी ने पूरी बस्ती को अपनी जद में ले लिया है। ऐसे में बिजली विभाग की एक लापरवाही भी सामने आ रही है। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि इस अग्निकांड में 250 जुग्गी-झोपड़ी जलकर खाक हो गई। हालांकि, स्थानीय लोगों ने आग बुझाने की कोशिश की, लेकिन एकाएक सिलेंडर के तेज धमाकों ने सभी के जेहन में दहशत मचा दी। क्षेत्रीय पार्षद देवेंद्र यादव ने बताया कि आग की जद में आने से बस्ती में रखे घरेलू सिलेंडर बाइकों के टैंक फटने लगे। इससे आग और भयावह हो गई। अग्निकांड में सैकड़ों परिवार को बेघर कर दिया। बच्चे और महिलाओं को परेशान देख स्थानीय लोगों और पुलिस ने खाने-पीने का सामान दिया।
बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप
सूचना पर क्षेत्रीय पार्षद देवेंद्र यादव समेत अन्य स्थानीय लोग पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बिजली विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाया है। अग्निकांड में सैकड़ों परिवार को बेघर कर दिया। बच्चे और महिलाओं को परेशान देख स्थानीय लोगों और पुलिस ने खाने-पीने का सामान दिया।
सुबह तक सुलगती रही झोपड़ियां
सीएफओ ने बताया कि सूर्योदय के बाद भी झुग्गी-झोपड़ियां सुगलती रहीं। सुबह पानी की बौछार कर सुगल रही आग को बुझाया गया। जांच में पता चला कि रेलवे फाटक के पास रेलवे के रिटायर्ड कर्मी रामबाबू की खाली जमीन पर बस्ती बनी हुई थी। इस बस्ती में ठेकेदार संजीव कुमार, अंशु बजाज, सुभाष, खुशीराम साहू, हातिम अली, हसमत अली और जलील खान ने झोपड़ियां किराए पर ले रखी हैं। इन झोपड़ियों में कूड़ा-कचरा बटोरने वाले असम के मजूदर सपरिवार रहते थे। बस्ती में रहने वाले मजदूरों का कहना है कि पहले भी यहां आग लग चुकी है। उन्होंने बताया कि सभी अपनी झोपड़ियों में सो रहे थे, तभी उन्हें तपिश का एहसास हुआ और उनकी आंख खुल गई। जिसके देख कर सभी शोर मचाकर जान बचाते हुए बस्ती से बाहर निकल आए।
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