Kanpur: डिजिटल गोल्ड में निवेश अच्छा विकल्प, शानदार रिटर्न, सालों से तिजोरी में पड़ा सोना आज आर्थिक आजादी बना
कानपुर, अमृत विचार। सोने ने रिटर्न के मामले में सभी विकल्पों को पीछे छोड़ दिया है। सालों से तिजोरियों में बंद सोना आज आर्थिक आजादी माना जा रहा है। बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि सोने में निवेश को हमेशा सुरक्षित और फायदे का सौदा माना जाता रहा है। लंबे समय में यह निवेशकों को अच्छा रिटर्न देता है। यही कारण है कि लोग सोने में निवेश करने से नहीं चूकते।
सोने के दामों में उछाल के साथ ही इसमें निवेश की चर्चा भी तेज हो गई है। आम लोग भी निवेश के तरीकों और बाजार के रुख को समझ रहे हैं। विशेषज्ञ बताते हैं कि सोने में निवेश की बात की जाए तो बाजार में फिजिकल गोल्ड के साथ ही डिजिटल गोल्ड में निवेश में लोगों की रुचि बढ़ रही है। सोने में निवेश पारंपरिक तरीकों के अलावा डिजिटल तरीकों से ऑनलाइन भी कर सकते हैं।
निवेश के प्रकार
गोल्ड ईटीएफ - गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता होती है। ईटीएफ की इकाइयों का स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार किया जा सकता है। ईटीएफ में न्यूनतम निवेश 1 ग्राम सोने के बराबर होता है। यह एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) हैं जो घरेलू 24 कैरट सोने के भाव को ट्रैक करता हैं।
गोल्ड म्यूचुअल फंड - गोल्ड म्यूचुअल फंड में निवेश के लिए डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं होती है। इनमें निवेशक एसआईपी के जरिए निवेश कर सकते हैं। गोल्ड म्यूचुअल फंड में कम राशि से निवेश आरम्भ किया जा सकता है।
सॉवरेन गोल्ड बांड - ये सरकारी प्रतिभूतियां हैं जो सोने के प्रति-ग्राम बाज़ार मूल्य के बराबर बांड के रूप में जारी की जाती हैं। इनका स्टॉक एक्सचेंज पर कारोबार किया जा सकता है। इनकी परिपक्वता-अवधि 8 वर्ष है, 5 वें वर्ष के बाद बाहर निकलने का विकल्प होता है। इन बांड्स पर 2.50 फीसदी की सुनिश्चित ब्याज मिलता है, जो अर्ध-वार्षिक रूप से दी जाती है। इनमें निवेश सीमा (रिटेल निवेशक एवं एचयूएफ के लिए) न्यूनतम 1 ग्राम तथा अधिकतम 4 किलोग्राम है। नया सोवरन गोल्ड बांड फरवरी 2024 के बाद से रिजर्व बैंक द्वारा जारी नहीं किया गया है। इसे स्टॉक एक्सचेंज के माध्यम से ख़रीदा जा सकता है, जो पहले से लिस्टेड है।
डिजिटल सोना - निवेशक बहुत छोटी राशि से निवेश कर सकते हैं। डिजिटल सोना सुरक्षित वाल्टों में संग्रहित होता है और इसका बीमा किया जाता है। निवेशक इसे कभी भी बेच सकते हैं। अधिकांश प्लेटफार्म पर 2 लाख रुपये की निवेश सीमा है।
भौतिक सोना - परम्परागत तरीका साथ ही निवेश करना आसान है। डीमैट खाते की आवश्यकता नहीं होती है। कोई ब्रोकरेज या प्रबंधन शुल्क नहीं होता है। आवश्यकता होने पर आसानी से ऋण लिया जा सकता है।
प्रदेश में बढ़ा निवेश
मार्च 2024 में उत्तर प्रदेश का गोल्ड ईटीएफ (एक्सचेंज ट्रेडेड फंड) ने निवेश 280.27 करोड़ रुपये का था जो मार्च 2025 में बढ़कर 640.21 करोड़ का गया है। बढ़ोतरी का मुख्य कारण है सोने में निवेश पर अच्छा रिटर्न और नए सोवरन गोल्ड बांड का जारी नहीं होना। सोने की बढ़ती कीमतों के कारण नया सोवरन गोल्ड बांड जारी करने से सरकार पर अतिरिक्त बोझ बढ़ेगा।
सोने की कीमत कई कारकों से निर्धारित होती है, जैसे मांग और आपूर्ति, देश की आर्थिक स्थिति, वैश्विक बाजार में सोने की मांग आदि। भारत में सोना शुभ माना जाता है और इसे अलग-अलग अवसरों पर खरीदा जाता है। आम धारणा यह है कि सोने की कीमतें शेयर बाजार की तुलना में अलग दिशा में चलती हैं, इसलिए यह निवेश का अच्छा साधन है। लेकिन यह पोर्टफोलियो का एक बड़ा हिस्सा नहीं होना चाहिए। अन्य निवेश माध्यमों की भांति सोने में निवेश से पहले उद्देश्य, अवधि, जोख़िम क्षमता और भविष्य की रणनीति का आकलन आवश्यक है।- राजीव सिंह, को फाउंडर, केश्री ब्रोकिंग
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