एसटीएच से भागा मरीज, बस अड्डे में मरा मिला
हल्द्वानी, अमृत विचार : मानसिक रूप से अस्वस्थ चल रहे एक युवक को उपचार के लिए डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती कराया था, लेकिन वो भाग गया। अस्पताल प्रबंधन भी इससे अंजान बना रहा और परिवार वाले अपने बेटे को हल्द्वानी से ऊधम सिंह नगर तक खोजते रहे। तलाशते-तलाशते मॉर्चरी पहुंचे, तो उन्हें उनका बेटा मरा मिला। लावारिस की शिनाख्त के बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम करा कर शव परिजनों को सौंपा। युवक की लाश पुलिस को लावारिस हालत में हल्द्वानी बस अड्डे में मिली थी।
धरमपुर छतरपुर ऊधम सिंह नगर निवासी प्रह्लाद यहां परिवार के साथ रहते हैं। उनके मुताबिक उनका बेटा राहुल (36 वर्ष) मानसिक रूप से अस्वस्थ था। कुछ दिनों से उसकी तबीयत लगातार बिगड़ रही थी। परिजन बीती 18 अप्रैल को उसे लेकर डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय पहुंचे। यहां उपचार के लिए राहुल को भर्ती कर लिया गया। उन्होंने बताया कि अगले दिन उन्हें कुछ काम आया और वह राहुल को छोड़कर अपने एक परिचित से मिलने चले गए। वह वापस लौटे, तो बेड पर बेटा नहीं था। वह शिकायत लेकर अस्पताल के स्टाफ के पास पहुंचे, लेकिन स्टाफ ने भी जानकारी होने से इंकार कर दिया। इस पर वह खुद बेटे को तलाशने निकले। हल्द्वानी से लेकर ऊधम सिंह नगर तक उन्होंने बेटे की तलाश की और तलाशते-तलाशते वह वापस हल्द्वानी पहुंचे। अनहोनी की आशंका पर वह पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे।
जहां एक लावारिस शव होने की जानकारी मिली। वह राहुल का शव था। शव की शिनाख्त होने पर मेडिकल चौकी पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। मेडिकल चौकी प्रभारी भूपेंद्र सिंह मेहता ने परिवार को जानकारी दी कि बीती 22 अप्रैल को उन्हें राहुल का शव हल्द्वानी बस अड्डे पर लावारिस हालत में मिला था। शिनाख्त के बाद पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। वहीं एसटीएच के चिकित्साधीक्षक डॉ.जीएस तितियाल ने राहुल के लापता होने की जानकारी से इंकार किया। साथ ही बताया कि ऐसा हुआ है तो मामले की जांच की जाएगी और लापरवाही बरतने वाले पर कार्रवाई की जाएगी।
