Kanpur: शहर में बनेंगे 18 नए सब स्टेशन, सात की बढ़ेगी क्षमता, पुराने स्टेशनों पर कम होगा लोड, आपूर्ति में होगा सुधार
कानपुर, अमृत विचार। कानपुर विद्युत आपूर्ति कंपनी की ओर से शहर में बिजली संकट से निपटने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाई गई है, जिसके तहत शहर में 18 नए सब स्टेशन बनाए जाएंगे और सात सब स्टेशनों की क्षमता दोगुनी की जाएगी। इस कार्ययोजना के मूर्त लेने के बाद पुराने सब स्टेशनों पर लोड कम होगा और आपूर्ति में सुधार किया जा सकेगा।
कानपुर विद्युत आपूर्ति कंपनी के अंतर्गत शहर में करीब साढ़े सात लाख उपभोक्ता हैं, जिन्हें फिलहाल 95 सब स्टेशनों के माध्यम से बिजली सप्लाई दी जा रही है। हालांकि जरूरत के हिसाब से सब स्टेशनों की संख्या कम है, जिसकी वजह से गर्मी के मौसम में बिजली संकट का सामना करना पड़ता है और शहरवासियों को दिक्कतों से जूझना पड़ रहा है। हंसपुरम सब स्टेशन में पिछले दिनों लोगों ने बिजली आपूर्ति चालू होने तक हंगामा किया था। आबादी बढ़ने से ट्रांसफार्मरों पर लोड बढ़ता है, जिसकी वजह से फॉल्ट और ट्रिपिंग की समस्या होती है।
शहर में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए केस्को ने 18 नए सब स्टेशन बनाने की योजना तैयार की है। साथ ही जिन सात सब स्टेशनों से जुड़े क्षेत्रों में आबादी बढ़ी है, उनकी क्षमता दोगुनी करने की योजना है। जिन इलाकों में बांस-बल्लियों के सहारे बिजली दौड़ रही है, वहां खंभे लगाए जाएंगे। केस्को प्रबंध निदेशक कहते हैं कि आरडीएसएस के तहत 18 नए सब स्टेशन बनाने की जरूरत है। ये वह इलाके हैं, जहां आबादी तेजी से बढ़ने से लोड बढ़ रहा है।
इसके अलावा औद्योगिक क्षेत्र भी शामिल हैं। केस्को के दादानगर डिवीजन में दो, हैरिसगंज में दो, हंसपुरम में दो और किदवईनगर में दो सबस्टेशन बनेंगे। जरीब चौकी, नवाबगंज, बिजलीघर, जाजमऊ, विकासनगर, विश्व बैंक बर्रा, नौबस्ता, दहेली सुजानपुर, गुमटी व पराग डेयरी में एक-एक सबस्टेशन बनेंगे। अभी शहर में केस्को के 95 सबस्टेशन हैं। नए बनने के बाद शहर में 113 सब स्टेशन हो जाएंगे। इसके लिए जमीन चिह्नित की जा रही है।
तीन सब स्टेशनों की बढ़ी क्षमता
केस्को बोर्ड बैठक में पास हुआ कि नगर विकास और एडिशनल बिजनेस प्लान से स्वीकृत 82 करोड़ रुपये से सात सबस्टेशनों के पॉवर ट्रांसफार्मर की क्षमता बढ़ेगी। पांच एमवीए की जगह 10 एमवीए के ट्रांसफार्मर लगेंगे। इसमें केशवपुरम में दो, हैरिसगंज में दो, आलूमंडी, पराग डेयरी और नौबस्ता में एक-एक सबस्टेशन की क्षमता वृद्धि होगी। इसमें से केशवपुरम, नौबस्ता व हैरिसगंज में पांच एमवीए के लगे तीन ट्रांसफार्मरों की क्षमता दोगुनी हो चुकी है।
क्षमता वृद्धि से नहीं होगी ट्रिपिंग
अभी कई जगहों पर पॉवर ट्रांसफार्मर पांच एमवीए के हैं। आबादी बढ़ने से बढ़ा लोड इस क्षमता को पार करने लगा है। इससे ट्रांसफार्मरों की ट्रिपिंग बढ़ती है। जब क्षमता 10 एमवीए की होगी तो अगले पांच साल साल तक लोड की दिक्कत दूर हो जाएगी। लाइनें भी ओवरलोड से नहीं टूटेंगी।
