शंकर हॉस्पिटल में नर्स की मौत, गले में फंदा और फर्स पर मिली लाश

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Published By Pawan Singh Kunwar
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हल्द्वानी, अमृत विचार : कोतवाली हल्द्वानी क्षेत्र के शंकर हॉस्पिटल में काम करने वाली नर्स की संदिग्ध हालातों में मौत हो गई। उसके गले में फंदा कसा होने के साथ ही लाश फर्श पर पड़ी मिली। जबकि छत पर लगे पंखे के पर टेढ़े थे। मौत का पता तब लगा जब हॉस्पिटल में ही काम करने वाली नर्स की डॉक्टर ननद सर्वेंट क्वाटर में पहुंची। मृतका के पिता ने बेटी की हत्या किए जाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को तहरीर सौंपी है। पुलिस भी घटना को संदिग्ध मान रही है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर पुलिस ने मामले की जांच हत्या और आत्महत्या दोनों एंगल से शुरू कर दी है। 


मूलरूप से शरीफनगर ठाकुरद्वारा मुरादाबाद उत्तर प्रदेश निवासी राबिया खातून (26 वर्ष) पुत्री महबूब अली हल्द्वानी के रामपुर रोड समता आश्रम गली स्थित शंकर हॉस्पिटल में बतौर नर्स काम करती थी। राबिया की ननद नाजिया भी इसी हॉस्पिटल में बतौर चिकित्सक काम करती है। दोनों अस्पताल में ही बने सर्वेंट क्वाटर में रहते हैं। नाजिया ने पुलिस ने को बताया कि रविवार को उसकी दोपहर 2 से रात 8 बजे की ड्यूटी थी। करीब साढ़े 8 बजे वह सर्वेंट क्वाटर में बने कमरे में पहुंची तो दरवाजा अंदर से बंद पाया। उसने आवाज लगाई और जब राबिया का जवाब नहीं मिला तो दरवाजे को धक्का दिया।

नाजिया के मुताबिक हल्के धक्के से ही दरवाजा खुल गया। उसने अंदर देखा तो फर्स पर राबिया का शव पड़ा था। उसके गले में दुप्पटे से बना फंदा कसा था और छत से लटक रहे पंखे के पर टेढ़े थे। उसने आनन-फानन में इसकी सूचना अस्पताल प्रबंधन और पुलिस को दी। सूचना मिलते ही कोतवाल राजेश कुमार यादव मौके पर पहुंच गए। उनका कहना है कि मामला संदिग्ध है। हत्या और आत्महत्या के एंगल से जांच की जा रही है। मौत की असल वजह पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने के बाद सामने आएगी। मामले में मृतका के पिता महबूब ने हत्या का आरोप लगाते हुए तहरीर दी है। 


न चोट न संघर्ष के निशान, पंखे ने पैदा किया संदेह
हल्द्वानी : घटना के बाद पुलिस के साथ फॉरेंसिक यूनिट ने मौके पर पहुंचकर पड़ताल की। कमरे में न तो पुलिस को कोई सुसाइड नोट मिला और न ही संघर्ष के निशान। इसके अलावा शव पर चोट के निशान भी नहीं पाए गए, लेकिन छत से लटके पंखे के टेढ़े पर संदेह पैदा कर रहे हैं। दरअसल, सुसाइड केस में अमूमन ऐसा नहीं देखा गया कि पंखे से फंदा कसने और लटकने के बाद कोई नीचे गिर जाए। यदि किसी वजह से फंदा खुल भी जाता है तो पंखे के परों के टेढ़ा होना स्वाभाविक नहीं है। कमरे के अंदर से लगी दरवाजे की कुंडी भी आसानी से खुलने से हत्या का संदेह पैदा होना लाजमी है।  


जहर खाने से सिडकुल कर्मी की मौत
हल्द्वानी : जहर खाने से सिडकुल कर्मी की मौत हो गई है। पुलिस के अनुसार हल्दूधार बिंदुखत्ता लालकुआं निवासी 22 वर्षीय रिंकी पुत्री शिवराम सिडुकल की एक कंपनी में काम करती थी। रविवार को रिंकी ने घर में रखा जहर खा लिया। हालत बिगड़ने पर परिजन उसे डॉ. सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। यहां पहुंचने पर चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सोमवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। 

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