Kanpur: छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन; 150 रिसर्च पेपर पेश, कुलपति ने कहा ये...

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Published By Deepak Shukla
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कानपुर, अमृत विचार। छत्रपति शाहू जी महाराज विश्वविद्यालय में एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में 11 टेक्निकल सेशन में 150 से अधिक रिसर्च पेपर प्रस्तुत किए गए। सम्मलेन में 5 अंतर्राष्ट्रीय विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधियों और 300 शोधार्थियों ने भाग लिया। सम्मलेन की शुरुआत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने की। सम्मेलन में नीदरलैंड और अमेरिका के पांच प्रमुख विश्वविद्यालयों लुइसियाना यूनिवर्सिटी, ऑरगन स्टेट यूनिवर्सिटी, एटमपोर स्टेट यूनिवर्सिटी, नॉर्थ कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी और टेक्सस की जेवियर यूनिवर्सिटी की भागीदारी रही। 

नॉर्थ कैरोलिना, मिसौरी, ओरेगन और टेक्सास से प्रतिनिधियों ने वैश्विक दृष्टिकोणों को साझा किया। कुलपति प्रो विनय कुमार पाठक ने कहा कि सस्टेनेबिलिटी का मूल अर्थ है कि जियो और जीने दो। उन्होंने कहा कि सस्टेनेबिलिटी केवल मानव जाति तक सीमित नहीं बल्कि इसमें पशु, वनस्पतियां भी शामिल हैं। उन्होंने सस्टेनेबिलिटी को समझाते हुए कहा कि पेड़ की केवल एक पत्ती तोड़ने से कहीं न कहीं इकोसिस्टम प्रभावित होता है। आने वाली जनरेशन के लिए सस्टेनेबल वर्ल्ड आवश्यक है। 

आने वाली पीढ़ी के लिए साफ हवा, पानी, स्वास्थ्य आदि से जुड़ी समस्याओं को हम सस्टेनेबिलिटी को अपनाकर कम कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत के लिए सस्टेनेबिलिटी कोई नया विषय नहीं है, प्राचीन काल से भारतीय जीवन शैली सस्टेनेबिलिटी को प्रमोट करती आई हैं। कार्यक्रम में डॉ किरण झा, डॉ अंशू सिंह, डॉ गोपाल सिंह, डॉ श्रवण कुमार सिंह यादव, डॉ आशीष कटियार, डॉ दिवाकर अवस्थी, डॉ ओम शंकर गुप्ता सहित अन्य मौजूद रहे।

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