जल जीवन मिशन का गुणवत्ता विहीन कार्य, अफसरों की सैलरी पर ब्रेक
हल्द्वानी, अमृत विचार। जल जीवन मिशन के तहत पेयजल आपूर्ति से जुड़े कार्यों में हो रही देरी और गुणवत्ता विहीन हो रहे कार्यों को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी वंदना सिंह ने सख्त कदम उठाया है। जल जीवन मिशन से जुड़े विभागीय अधिकारियों के कार्यों की समीक्षा के दौरान अनियमितता और लापरवाही सामने आने पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों का वेतन रोकने के निर्देश दिए हैं।
जल जीवन मिशन की जिले में 518 योजनाएं हैं, जिसमें 325 योजनाओं का ही काम पूरा हुआ है। जिन जगहों पर काम पूरा हुआ है, वहां सिर्फ अधिकारियों की फाइलों में काम पूरा है ग्राम वासियों का संतुष्टि पत्र गायब है। जबकि गांव में जेजेएम काम पूरा होने बाद गांव का संतुष्टि पत्र पर गायब है। जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा कि जल जीवन मिशन जैसी जनहित की महत्वपूर्ण योजना में देरी और गुणवत्ता विहीन कार्य किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं की जाएगा।
जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिन परियोजनाओं में निर्धारित समय-सीमा के भीतर प्रगति नहीं हुई है, उनकी जिम्मेदारी तय करते हुए संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जाए। कई गांवों में अभी तक नल कनेक्शन नहीं पहुंचे हैं, जबकि बजट उपलब्ध होने के बावजूद कार्य अधूरे पड़े हैं। जिलाधिकारी ने जल संस्थान, लघु सिंचाई, और पेयजल निगम के अधिकारियों को फील्ड में जाकर निरीक्षण करने और शीघ्र रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
