लखनऊ: सरोजनी नगर की फैक्ट्री में भीषण आग, मालिक और मजदूर जिंदा जले
लखनऊ, अमृत विचार। अमौसी के गंगा नगर इलाके में शनिवार शाम को बंद पड़ी स्वीटी फूड फैक्ट्री में वेल्डिंग के काम के दौरान आग लग गई। लपटों व धुएं के बीच फैक्ट्री मालिक अखिलेश (45), डाला चालक समेत तीन लोग फंस गए। कुछ ही देर में आग ने विकराल रूप धारण कर लिया। आग ने घर के बाहर खड़ी कार और छत पर रखे केमिकल से भरे टैंकर को चपेट में ले लिया, जिससे लपटों के साथ-साथ धमाके होने लगे। आनन-फानन में पुलिस ने आसपास का इलाका खाली कराया। अंदर फंसे डाला चालक ने तो कूदकर जान बचाई। दमकल की 20 गाड़ी, हाइड्रोलिक प्लेटफार्म और एसडीआरएफ मौके पर पहुंची। करीब 4 घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया। उसके बाद टीम अंदर पहुंची। जले हुए फैक्ट्री मालिक और मजदूर अबरार (44) को अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
आलमबाग के मवैया निवासी ऋतिक कुमार ने बताया कि वह शनिवार शाम को पिता अखिलेश के साथ फैक्ट्री के बाहर खड़े थे। एक साल से बंद पड़ी बेकरी फूड की फैक्ट्री में अंदर वेल्डिंग का काम हो रहा था। इसी बीच फैक्ट्री में आग देख पिता अंदर देखने चले गए। तभी आग फैल गई। आग ने बाहर खड़ी कार को भी चपेट में ले लिया। अखिलेश अंदर फंस गए। ऋतिक मदद के लिए चिल्लाने लगा। चीख-पुकार सुनकर आस-पड़ोस के लोग और राहगीर दौड़े। सूचना मिलते ही दमकल कर्मी पहुंच गए थे। फैक्ट्री में सामान लेकर आया छत पर सो रहा डाला चालक श्रीचंद्र लपटों व धुएं के बीच फंस गया था।
आनन-फानन में वह नीचे उतरा तो देखा फैक्ट्री में काम करने वाले लोग जान बचाने के लिए भाग रहे थे। श्रीचंद्र ने बताया कि वह फिर से छत पर भाग गया। टैंकर में आग पकड़ता देख उसने छत से छलांग लगा दी, जिससे वह चोटिल हो गया। सीएफओ मंगेश कुमार ने बताया कि सरोजनीनगर, पीजीआई, आलमबाग, हजरतगंज, इंदिरानगर समेत अन्य फायर स्टेशन से भी गाड़ियां और हाइड्रोलिक प्लेटफार्म मंगा लिया गया।
आग बुझाने के लिए पांच टीमें बनाई गईं। तीन टीमों ने पानी की बौछार शुरू की। चौथी टीम बीए सेट पहनकर अंदर जाने लगी और पांचवीं टीम ने हाइड्रोलिक की मदद से आग पर काबू पाया। करीब चार घंटे में आग पर काबू पाने के बाद दमकल और एसडीआरएफ की टीम अंदर दाखिल हुई तो अखिलेश और मजदूर अबरार का जला हुआ शव मिला। एसीपी कृष्णानगर विकास पांडेय ने बताया कि मृतक अबरार मूल रूप से बहराइच नानपारा टेड़िया का रहने वाला था। यहां सरोजनीनगर के जयराजपुरी कॉलोनी में रहता था।
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