Kanpur: आम लोगों को बाढ़ के प्रभाव का चलेगा पता, IIT ने बनाया प्लेटफॉर्म, प्रोटोटाइप का हुआ प्रजेंटेशन

कानपुर, अमृत विचार। आईआईटी कानपुर के विशेषज्ञों की ओर से बनाए नए नए डिजिटल प्लेटफॉर्म से आम लोग भी बाढ़ के प्रभाव का पता लगा सकेंगे। फसल से होने वाले नुकसान के अलावा यदि कोई जमीन खरीदने जा रहा है तो उसके लिए भी बाढ़ का असर जमीन पर कैसा होगा इसका पता चल सकेगा। नया प्लेटफॉर्म विकास प्राधिकरण को भी नई सिटी बसाने में सहायता करेगा।
‘फ्लड रिस्पांस सिस्टम’ नाम से पहचाना जाने वाला यह प्लेटफॉर्म मोबाइल पर एप के रूप में काम कर सकेगा। शनिवार को इस सुविधा का प्रजेंटेशन किया गया। इस कार्यक्रम में मंडलायुक्त के विजयेंद्र पाण्डन और शहर में विकास से जुड़े अन्य विभाग के अधिकारी भी शामिल रहे।
प्लेटफॉर्म तैयार करने वाले टैरा एक्वा के फाउंडर प्रो राजीव सिन्हा ने बताया कि उन लोगों ने गंगा बैराज के पास से आंकड़ों को एकत्रित किया है। उन्होंने बताया कि फिलहाल बाढ़ की चेतावनी व उसका क्षेत्रफल पर प्रभाव अनुभव के आधार पर किया जाता था। कई बार वह विफल होता था। अब नए एप से इसे पूरी तरह सटीकता से आसानी से पता लगाया जा सकेगा। आंकड़ों के लिए उन लोगों ने ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल किया है। सेटेलाइट से लिए गए आंकड़े और ड्रोन के जरिए लिए गए आंकड़ों में ड्रोन के आंकड़ों में काफी सटीकता होती है। यही वजह है कि यह एप अधिक सटीक साबित होगा।