लखपति दीदी योजना से उड़ी उड़ान, प्रियंका बनीं ग्रामीण प्रतिभा की पहचान
अमृत विचार, हल्द्वानी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अभिनव पहल लखपति दीदी योजना के तहत उत्तराखंड की महिलाएं तेजी से आत्मनिर्भर बन रही हैं। इस योजना के अंतर्गत स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से महिलाओं को स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। जिले में एनआरएलएम के तहत किए गए सर्वे के अनुसार अब तक करीब 13,300 महिलाएं लखपति दीदी बन चुकी हैं, जिनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपये से अधिक है।
ग्राम पंचायत रानीबाग की प्रियंका गोस्वामी भी आत्मनिर्भरता की मिसाल बनकर उभरी हैं। उन्होंने मां गौरा आजीविका समूह से जुड़कर ऐपण कला और मोमबत्ती निर्माण जैसे पारंपरिक और घरेलू कार्यों को अपनाया। शुरूआत में थोड़ी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, लेकिन नई सोच और आत्मविश्वास से उन्होंने आगे बढ़ना जारी रखा। प्रियंका बताती है कि वो ऐपण कैलेंडर, ऐपण नेम प्लेट, ऐपण की घड़ियां, ऐपण दुपट्टा, ऐपण की साड़ियां और पिछौड़ा तोरण बनाती हैं। साथ ही यह ऐपण के उत्पाद आप https://www.instagram.com/priyanka_aipanart?igsh=MTVzdGhsdHlpOXo4aQ== से भी खरीद सकते हैं। प्रियंका अब वार्षिक 2 लाख रुपये से अधिक की आय अर्जित कर रही हैं और सरस मेलों तथा अन्य सरकारी आयोजनों में स्टॉल लगाकर अपने उत्पादों की बिक्री करती हैं। खास बात यह है कि वह आज की युवा पीढ़ी को भी ऐपण आर्ट का प्रशिक्षण देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनने की राह दिखा रही हैं। लखपति बनने पर प्रियंका ने सरकार का आभार जताते हुए कहा कि यह योजना महिलाओं के लिए न केवल आर्थिक रूप से बनी है, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान भी दिला रही है।
