गोंडा: एडेड स्कूलों की जांच तेज, 2 लिपिकों को ईओडब्ल्यू ने किया तलब
ईओडब्लू के एएसपी ने कर्मियों को मुख्यालय अटैच करने के लिए बीएसए को भेजा पत्र

गोंडा, अमृत विचार। जिले के 28 सहायता प्राप्त स्कूलों में हुए शिक्षक भर्ती फर्जीवाड़े की जांच तेज हो गयी है। विशेष अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने बेसिक शिक्षा विभाग के दो लिपिकों को तलब किया है। ईओडब्ल्यू के अपर पुलिस अधीक्षक ने लिपिकों को डीजीपी कार्यालय से अटैच करने के लिए बीएसए को पत्र भी भेजा है। जिले में 28 सहायता प्राप्त स्कूल संचालित हैं। इन स्कूलों में 600 से अधिक शिक्षकों की तैनाती है।
इनमें से अधिकतर शिक्षकों की तैनाती फर्जी बतायी जा रही है। शिकायत मिलने पर शासन ने इसकी जांच एसआईटी को सौंपी थी। एसआईटी ने करीब तीन साल तक मामले की जांच की लेकिन किसी नतीजे पर नहीं पहुंची। मामले में उसने अपनी रिपोर्ट शासन को सौंपी तो प्रमुख सचिव ने इस जांच रिपोर्ट को खारिज करते हुए इसकी जांच विशेष अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्लू) को सौंप दी। अब इस फर्जीवाड़े की जांच तेज हो गयी है।
विशेष अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) एडेड स्कूलों में तैनात शिक्षकों के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन करा रही है। शैक्षिक दस्तावेजों के सत्यापन को लेकर विशेष अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्लू) ने बेसिक शिक्षा विभाग के लिपिक सुधार कुमार सिंह व लेखा लिपिक अनुपम पांडेय को मुख्यालय बुलाया था लेकिन दोनो कर्मी वहां नहीं गए।
अब विशेष अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्लू) के अपर पुलिस अधीक्षक ने इन दोनों लिपिको को ईओडब्लू के मुख्यालय में अटैच करने के लिए बीएसए को भेजा है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अतुल तिवारी ने बताया कि दोनों लिपिकों को विशेष अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्लू) के मुख्यालय जाकर योगदान देने का निर्देश दिया गया है।