आत्मघाती कदम : प्रेमी के संग प्रेमिका ने फंदा लगाकर की खुदकुशी, शादी के दिन लापता हुई थी दुल्हन

बाराबंकी : अपने विवाह के दिन द्वारपूजा के समय अचानक लापता हुई युवती प्रेमी के साथ फांसी के फंदे से लटकी मिली। शादी के लिए पहनी गई साड़ी से दोनों शव लटके हुए थे। मौके से युवक की बाइक व एक सुसाइड नोट मिला। जिसमें स्वेच्छा से आत्महत्या करने की बात कही गई है। सूचना पर फारेंसिक टीम के साथ ही पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे, गांव में पुलिस बल तैनात है। खास बात यह कि युवक का दाह संस्कार परिजनों ने कर दिया पर युवती के परिजनों ने शव लेने से ही इंकार कर दिया।
जानकारी के अनुसार मसौली थाना क्षेत्र के ग्राम लालपुर मजरे भरथीपुर में बुधवार की सुबह हाहाकार मच गया। जब लोगों ने गांव से कुछ दूरी पर मायाराम की आम की बाग में एक ही साड़ी से बने फंदे से युवक युवती के शव पेड़ से लटकते देखे। कुछ ही पल में यह खबर आग की तरह फैली और मौके पर ग्रामीणों की भीड़ लग गई। चर्चा का माहौल बना ही हुआ था कि घटनास्थल पहुंची पुलिस ने शव उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेजने की तैयारी की, इसी बीच मृत युवती की पहचान गांव के ही राजबहादुर की पुत्री शिल्पा 22 व युवक की शिनाख्त इसी गांव के पारसनाथ सिंह के पुत्र भानू प्रताप सिंह 28 के रूप में की गई। शिल्पा गत 5 गई को अपने विवाह के दिन द्वार पूजा के समय अचानक गायब हुई थी।
सूचना पाकर सीओ रामनगर गरिमा पंत व फतेहपुर जगतराम कनौजिया के अलावा थाना पुलिस पहुंची। इसी बीच फारसेंसिक टीम के साक्ष्य एकत्र करने के बाद शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस को मौके पर भानू की बाइक के अलावा एक सुसाइड नोट भी मिला। जिसमें मृतकों की ओर से कहा गया कि हम दोनो की मौत में दोनों परिवारों की कोई गलती नही है। हम दोनों लोग एक साथ जी नही सकते लेकिन एक साथ मर तो सकते है।
द्वार पूजा के समय लापता हुई थी दुल्हन
घटनाक्रम कुछ यूं है कि गत 5 मई को शिल्पा यादव की शादी होनी थी। सफदरगंज थाना क्षेत्र के ग्राम प्यारेपुर सरैया निवासी राकेश यादव का पुत्र सुनील कुमार बैंड बाजे के साथ बारात लेकर आया था। एक ओर शादी व खुशी का माहौल था पर होनी का अंदाजा किसी को नहीं था। अन्य रस्में पूरी होने के बाद द्वार पूजा का समय आया तो युवती की तलाश शुरु हुई। बदहवास पिता व अन्य परिजन बिना किसी को बताए शिल्पा की तलाश करते रहे पर वह नहीं मिली। कलेजे पर पत्थर रखकर पिता राजबहादुर ने समाज में इज्जत बनाए रखने के लिए अपने छोटे भाई धर्मराज की पुत्री से मान मनुहार कर उसका विवाह सुनील संग करवाया।
पोस्टमार्टम गृह में रखा रहा युवती का शव
शिल्पा ने जो किया उससे पिता राजबहादुर यादव बहुत आहत हैं। पूरा घटनाक्रम बताते हुए उनका गला भर आया, कहा कि वह सामाजिकता निभाते हुए अंतिम संस्कार में तो जाएंगे पर मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार एक साथ हुआ तो वरना उन्हे लड़की से कोई मतलब नहीं है। 5 मई के दिन इज्जत बचाने के लिए उन्हे क्या कुछ नहीं करना पड़ा। दूसरी ओर पोस्टमार्टम के बाद युवक का शव लेकर गांव पहुंचे परिजनों ने उसका अंतिम संस्कार कर दिया पर किसी के न पहुंचने से युवती का शव पोस्टमार्टम गृह में ही रखा रहा। फिलहाल शव 72 घंटे तक रखा जाएगा।
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