कर्ज लेकर किया बेटी का ब्याह, चुका नहीं पाया तो जान दे दी

कर्ज लेकर किया बेटी का ब्याह, चुका नहीं पाया तो जान दे दी

लालकुआं, अमृत विचार : पांच बेटियों के मजदूर पिता ने किसी तरह एक बेटी के हाथ पीले किए, लेकिन कर्ज लेकर। शादी के बाद बेटी ससुराल चली गई और कर्ज देने वालों ने तकाजा शुरू कर दिया। पहले से ही आर्थिक तंगी से जूझ रहा पिता जब कर्ज चुका पाने में नाकाम हुआ तो अपनी जान दे दी। उसने अपने ही घर में फांसी लगा ली। पत्नी ने पति को फंदे से लटकते देखा तो कोहराम मच गया। आनन-फानन में उन्हें परिजन अस्पताल ले गए, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। 
   

घोड़ानाला के पश्चिमी राजीव नगर बंगाली कॉलोनी लालकुआं निवासी जीवन दास पुत्र स्व. श्याम दास (42) लालकुआं स्थित पेपर मिल में दिहाड़ी श्रमिक थे। वह यहां अपनी पांच बेटियों और पत्नी सप्तमी दास के साथ रहते थे। दिहाड़ी से ही उनकी ग्रहस्थी चल रही थी। परिजनों के मुताबिक, कुछ समय पहले उन्होंने अपनी एक बेटी की शादी थी। ससुराली पड़ोस में ही रहते थे, लेकिन पहली बेटी की शादी के लिए उन्हें कई लोगों से कर्ज लेना पड़ा था। कर्ज लेने वालों से उन्होंने वादा किया कि वह तय समय के भीतर इसकी अदायगी कर देंगे, लेकिन दिहाड़ी श्रमिक जीवन दास लोगों का कर्ज चुका नहीं पाए। हालांकि बीच-बीच में जैसे ही उनके पास रुपए आते, वह कर्ज देने वालों को दे देते थे, लेकिन यह नाकाफी था। 


कर्जदाताओं के दबाव और सामाजिक तनाव ने उन्हें मानसिक रूप से परेशान कर दिया। गुरुवार की सुबह करीब 8 बजे परिवार के सभी लोग अपने-अपने काम में लगे थे। इसी बीच उन्होंने घर में लगे लोहे के एंगल में रस्सी कसी और फंदा बनाकर फांसी लगा ली। कुछ देर बाद पत्नी पहुंची और पति को फंदे से लटके देखा तो चीख पड़ी। उसकी चीख सुन कर सारी बेटियां व आस-पास के लोग मौके पर पहुंच गए। उन्हें फौरन फंदे से उतारा और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र लालकुआं लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक डॉ. प्रेमलता शर्मा ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। स्वास्थ्य केंद्र की सूचना पर पहुंची लालकुआं पुलिस ने शव का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। गुरुवार दोपहर बाद पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया। इस घटना के बाद से परिवार में कोहराम है। बेटियों और पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। मृतक की पत्नी सप्तमी दास ने बताया कि उनकी पांच बेटियां हैं, जिनमें से केवल एक का विवाह हुआ है। कर्ज न चुका पाने की वजह से उन्होंने आत्मघाती कदम उठा लिया। कोतवाल दिनेश सिंह फर्त्याल ने बताया कि घटना के कारणों की जांच की जा रही है।  

फूटकर रोई पत्नी बोली, हमेशा करते थे कर्ज की बात
पति को फंदे पर लटके देख पत्नी सप्तमी वैसे ही सुध-बुध खो बैठी थी, लेकिन जब अस्पताल में चिकित्सकों ने उसके मौत की पुष्टि की तो वह फूट-फूट कर रोने लगी। रोते-रोते सप्तमी विलाप और चिंता कर रही थी। कह रही थी कि वो तो छोड़कर चले गए, अब परिवार कैसे पलेगा। बेटियां की शादी कैसे होगी। सप्तमी ने बताया कि बेटी की शादी के बाद पति परेशान रहने लगे थे। वह जब भी बात करते तो कर्ज की जिक्र जरूर करते थे। वह चिंतित थे कि कैसे कर्ज देने वालों का कर्ज चुका पाएंगे और अब उनका कर्ज कौन चुकाएगा। 

जहर खाने से दिनेशपुर के व्यक्ति की मौत
डॉ.सुशीला तिवारी राजकीय चिकित्सालय में भर्ती दिनेशपुर के व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस के अनुसार दिनेशपुर निवासी 42 वर्षीय सुनील ने बुधवार को संदिग्ध परिस्थितियों में जहर खा लिया था। इस पर उन्हें एसटीएच लाया गया। देर रात सुनील ने दम तोड़ दिया। हल्द्वानी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया गया।