बाराबंकी: चरित्र पर उठी उंगली तो आहत किशोरी ने दी जान, परिवार में मचा कोहराम
बाराबंकी, अमृत विचार। अक्सर होता आया हंसी मजाक एक दिन मोबाइल चार्जिंग पर न लगाने से गंभीर हो गया। खुद को लेकर कही गई बातों और चरित्र पर कीचड़ उछलने से आहत किशोरी ने फांसी लगाकर जान दे दी। नींद से जागे परिजनों को इस घटना का पता चला। पुलिस से शिकायत करते हुए पिता ने आरोपियों को सख्त सजा दिलाने की मांग की है।
आत्महत्या की यह घटना शहर कोतवाली क्षेत्र के कस्बा बंकी स्थित उत्तर टोला में हुई। यहां के रहने वाले जाफर बेग और उनका परिवार सोमवार की शाम खाना खाने के बाद सो गया। मंगलवार की सुबह सभी जगे तो 16 वर्षीया बेटी नासरा काे दुपट्टे से बने फंदे से लटकते देखा। शव देखकर परिजनों में कोहराम मच गया और आस पास से लोग जमा हो गए।
सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। मृतका के पिता जाफर ने बताया कि घर के सामने रहने वाले मुन्ना व उसकी पत्नी फरीना मृत बेटी को लेकर अक्सर हंसी मजाक करने के साथ ही अशोभनीय टिप्पणी किया करते थे। सोमवार को मुन्ना के घर चार्जिंग के लिए मोबाइल आया तो नासरा ने मना कर दिया।
इसी बात पर मुन्ना के परिवार ने किशोरी पर गंदी टिप्पणी ही नहीं की बल्कि उसके चरित्र पर कीचड़ उछाला। इससे आहत होकर नासरा ने अपनी जान दे दी। पिता ने सरकार से मांग की है कि उसकी बेटी की जान लेने वाले मुन्ना व उसके परिवार पर सख्त कार्रवाई की जाए।
रिश्तेदारों ने पिता पर जताया शक
किशोरी के फांसी लगाने की घटना के बाद जुटे रिश्तेदार तरह तरह की बातें कर रहे हैं। इन्ही बातों में एक शक यह भी कि कहीं पिता ने ही ताे बेटी को मारकर फंदे से लटका दिया। हादसे के बाद यह बात फिजां में तैरती रही। हालांकि शहर कोतवाल रामकिशन राना का कहना है कि रिश्तेदारों में तरह तरह की बातें हो रहीं पर कोई लिखित शिकायत नहीं है। पोस्टमार्टम कराया जा रहा, रिपोर्ट से सही बात सामने आ जाएगी।
