कांग्रेस विधायक ने मांगा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सबूत, हमलावर हुई भाजपा, कहा- देश के खिलाफ बोलना Congress की परंपरा
बेंगलुरु। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने कर्नाटक के विधायक कोलाथुर मंजूनाथ द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर सबूत मांगने संबंधी बयान की कड़ी निंदा करते हुए कांग्रेस पर भारतीय सेना की वीरता को कमतर आंकने और देश विरोधी अभियान चलाने का आरोप लगाया है।
भाजपा प्रवक्ता गौरव भाटिया ने शुक्रवार को कहा, “आज कर्नाटक के विधायक मंजूनाथ ‘ऑपरेशन सिंदूर’ का सबूत मांग रहे हैं। इससे साफ पता चलता है कि कांग्रेस पार्टी- राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और सिद्दारमैया जैसे उनके नेता- हमारी भारतीय सेना की बहादुरी पर भरोसा नहीं करते। ”
भाटिया ने कहा, “ वे सबूत मांग रहे हैं, जो देश और हमारे सैनिकों के खिलाफ जानबूझकर किए जा रहे अभियान का संकेत है। रॉबर्ट वाड्रा ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद देश को सांप्रदायिक आधार पर बांटने की कोशिश की, जबकि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी चुप्पी साधे रहीं और कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक शब्द भी नहीं कहा। कांग्रेस कार्यसमिति के प्रस्ताव से यह भी उजागर होता है कि सभी कांग्रेस सदस्यों को देश, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय सेना के खिलाफ बोलने का निर्देश दिया गया है। ”
भाजपा राष्ट्रीय महासचिव सीटी रवि ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस का इतिहास देश के खिलाफ बोलने का रहा है और उसने अपने शासन के दौरान आतंकवाद से निपटने के तरीके की आलोचना की। रवि ने कहा,“ देश के खिलाफ बोलना कांग्रेस के लिए कोई नयी बात नहीं है, यह उनकी वर्षों पुरानी आदत रही है। वर्ष 2005 के दिल्ली बम धमाकों में 70 लोगों की जान गयी थी, वर्ष 2006 के वाराणसी धमाकों में 28, मुंबई रेलवे धमाकों में 209, मालेगांव धमाकों में 40, 2007 के समझौता एक्सप्रेस धमाकों में 70, 2008 के जयपुर धमाकों में 70, अहमदाबाद धमाकों में 56, दिल्ली धमाकों में 36 और मुंबई हमलों में 170 लोगों की जान गयी थी। ”
रवि ने कांग्रेस पर उनके कार्यकाल के दौरान आतंकवाद के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा, “ कांग्रेस ने तब क्या किया। कोई सर्जिकल स्ट्राइक या निर्णायक कार्रवाई नहीं - केवल राजनीति की थी। भाजपा के सत्ता में आने के बाद ही उरी हमले और पुलवामा के बाद सर्जिकल स्ट्राइक की गयी। अब पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में नौ आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया गया है और 100 से अधिक आतंकवादियों को मार गिराया गया है। ”
उन्होंने कहा, “ हमारे प्रधानमंत्री ने कहा था, ‘खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।’ सिलसिलेवार विस्फोट के खिलाफ अपने शासन के दौरान कांग्रेस ने क्या किया। उन्हें अपनी पार्टी का नाम बदलकर आईएनसी से पाकिस्तान नेशनल कांग्रेस (पीएनसी) कर लेना चाहिए या कम से कम राष्ट्रवादियों की तरह काम करना चाहिए, न कि पाकिस्तानी समर्थकों की तरह। भारतीय सेना पर उनके हमले अस्वीकार्य हैं। ”
उन्होंने आतंकवाद से निपटने के लिए आधुनिक तकनीक और सख्त कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “आतंकवाद वैश्विक स्तर पर बना हुआ है, केवल डीएनए तकनीक और सख्त कार्रवाई के जरिए ही इसे खत्म किया जा सकता है। हमें आतंकवाद को खत्म करने के प्रयासों का समर्थन करना चाहिए। ”
भाजपा नेता चालावाडी नारायणस्वामी ने कहा, “ यह बताना मुश्किल है कि मंजूनाथ भारतीय हैं या विदेशी। पूरी दुनिया ने देखा कि भारत और पाकिस्तान के बीच क्या हुआ - हमने आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया। पाकिस्तान ने एक बार आतंकवादियों के खिलाफ होने का दावा किया था, लेकिन मृत आतंकवादियों का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया। जब भारत ने आतंकवादी ठिकानों पर हमला किया, तो पाकिस्तान ने भारत पर हमले करके जवाबी कार्रवाई की। ”
