Barabanki conversion news : गहराती गईं धर्मांतरण की जड़ें, रस्म निभाती रही पुलिस

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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गिरफ्तारी के बाद ठंडे बस्ते में गए मामले,मैनुअल इंटेलीजेंस, सर्विलांस भी नहीं आया काम

conversion news : जनपद में धर्मांतरण के प्रयास की जड़ें गहरी हैं और पुलिस अभी इन जड़ों के आस पास भी नहीं फटक सकी है। कारण सिर्फ एक है कि धर्मांतरण से जुड़ी घटनाओं के सामने पर आने पर पुलिसिया रस्म अदायगी। देवा, कोठी के बाद अब सफदरगंज थाना क्षेत्र में धर्मांतरण कराते ईसाई मिशनरीज के सदस्य रंगे हाथों पकड़े गए, धार्मिक पुस्तकें बरामद हुईं, निशाने पर गरीब आमजन रहे जिन्हे कई तरह के लालच दिए गए। धर्मांतरण गिरोह सफल इसलिए होता रहा क्योंकि उसने इन आयोजनों को अलग रंग रूप दिया। 2024 के फरवरी माह में देवां थाना क्षेत्र के ग्राम चकहार मजरे रेंदुआ पल्हरी में सेंट मैथ्यू कॉलेज के पास नवीनता डायोसेसन पैस्टोरल सेंटर में सैकड़ा से ज्यादा महिला-पुरुषों का जमावड़ा लगा। हॉल में प्रार्थना सभा चलती पाई गई। अयोध्या समेत कई जिलों से लोगों को बस, पिकअप समेत अन्य वाहनों से यहां लाया गया व इनको धार्मिक साहित्य दिया गया था।

जानकारी मिलने के बाद हिंदू संगठनों से जुड़े लोग पहुंचे और आरोप लगाया कि गांव के सीधे लोगों को बीमारियों से छुटकारा दिलाने, नौकरी दिलाने आदि का झांसा देकर उनका धर्म परिवर्तन कराया जा रहा। सीओ नगर और देवां थाने की पुलिस ने मौके पर जांच पड़ताल शुरू की तो पता चला कि आयोजकों की ओर से प्रार्थना सभा की कोई अनुमति नहीं ली गई थी। पुलिस ने आयोजक अयोध्या निवासी फादर डोमिनिक पिंटो समेत 7 लोगों को हिरासत में ले लिया। इस मामले की जांच का अब तक कोई अता पता नहीं। 15 अक्टूबर को कोठी थाना क्षेत्र के ग्राम असौरी मजरे नरोत्तामऊ में राजेन्द्र कश्यप के घर पर संदिग्ध गतिविधियां होती मिलीं। यहां पर कैंसर के इलाज के लिए ग्रामीणों को एकत्र कर प्रार्थना सभा करवाई जा रही थी। बबक्करपुर गांव के रहने वाले जितेन्द्र बहादुर ने शक होने पर पड़ताल की तो पता चला कि प्रार्थना सभा की आड़ में यहां पर धर्म परिवर्तन का खेल चल रहा था।

लिखित रूप से शिकायत पर पहुंची पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार कर लिया। वहीं एक महिला गायब हो गई। यह चारों लोग ही ईसा मसीह की महिमा का गुणगान कर ग्रामीणों का मस्तिष्क परिवर्तन कर रहे थे। मौके पर पुलिस को बाइबिल भी मिली। कोठी थाना पुलिस ने इस मामले में विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम 2021 के तहत मामला दर्ज किया। यहां भी कहा गया था कि फंडिंग की जांच के साथ ही आरोपियों के एकाउंट खंगाले जा रहे हैं, मोबाइल सर्विलांस पर लगाए गए हैं लेकिन नतीजा ढाक के तीन पात। 

होता रहा धर्मांतरण, ऊंघती रही खाकी
कहना गलत न होगा कि धर्मांतरण के प्रयास की डेढ़ साल के भीतर तीन घटनाएं सामने आईं पर एक भी घटना में पुलिस सीधे हाथ डालने में नाकाम रही। इसके विपरीत बजरंग दल, विश्व हिन्दू परिषद व समाजसेवियों ने आगे आकर इन कोशिशों का खुलासा किया। कहा जा सकता है कि इन संगठनों का नेटवर्क और पकड़ जिले की पुलिस से काफी तेज है। मामला जस तस निपटाने की आदी पुलिस के हाथ केवल रपट लिखना व एक समय के बाद मामला ठंडे बस्ते में डालना ही आया। मैनुअल इंटेलीजेंस, सर्विलांस जैसे हथियार किनारे धरे के धरे रह गए।

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