न किताब, न क्लासरूम…अब दीवारें और फर्श सिखाएंगे सड़क सुरक्षा के नियम
हल्द्वानी, अमृत विचार: अब बच्चों को सड़क सुरक्षा और यातायात के नियम सिखाने के लिए न तो क्लासरूम की जरूरत है और न ही भारी-भरकम किताबों की। परिवहन विभाग की एक अनोखी और रचनात्मक पहल के तहत शहर के राजकीय स्कूलों की दीवारें अब सड़क सुरक्षा की रंगीन पाठशाला बन गई हैं।
स्कूलों की दीवारों पर रंग-बिरंगी पेंटिंग्स, जिनमें जेब्रा क्रॉसिंग, हेलमेट पहनना, स्पीड लिमिट, यू-टर्न और ट्रैफिक लाइट के संकेत जैसे संदेश दर्शाए गए हैं। यही नहीं, हिट एंड रन मोटरयान अधिनियम और गुड सेमरिटन कानून के बारे में भी बच्चों को जानकारी दी जाएगी। जिसके तहत हादसे में घायल व्यक्ति की मदद करने वाले को किसी भी कानूनी कार्रवाई से बचाव मिलता है। साथ ही जीजीआईसी और काठगोदान नगर निगम इंटर कॅालेज से इसकी शुरूआत हो चुकी है।
स्कूल परिसर के फर्श पर सड़क सुरक्षा को लेकर सांप-सीढ़ी जैसा खेल बनाया जा रहा है, जहां खेल-खेल में सड़क नियमों का पालन करने पर बच्चे आगे बढ़ते हैं, और उल्लंघन करने पर पीछे गिरते हैं। इस तरह एक मजेदार तरीके से बच्चों को सड़क सुरक्षा और यातायात नियमों की अहमियत बताई जा रही है। दीवारों पर गोल्डन ऑवर (दुर्घटना के बाद का पहला एक घंटा) की भी जानकारी दी गई है, ताकि बच्चे समझ सकें कि समय पर इलाज से किसी की जान कैसे बचाई जा सकती है।
वर्कशॉप के माध्यम से समझाएंगे सड़क सुरक्षा व यातायात नियम
परिवहन विभाग शहर के राजकीय स्कूलों में वर्कशॉप लगाएगा। इसके माध्यम से परिवहन विभाग के अधिकारी विद्यार्थियों को सड़क सुरक्षा व यातायात नियमों की जानकारी देंगे। वर्कशॉप में सड़क सुरक्षा के स्वर्णिम नियम जिसमें यातायात चिह्नों का पालन करने, वाहन चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करने, दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट पहनने, जेब्रा क्रॉसिंग पर पैदल यात्रियों को सड़क पार करने देने, स्पीड लिमिट से वाहन चलाने सहित अन्य प्रमुख नियमों के बारे में बताया जाएगा। इसके साथ ही हिट एंड रन मोटरयान अधिनियम, गुड सेमरिटिन और गोल्डन ऑवर के बारे में बताया जाएगा।
