इजराइल-ईरान संघर्ष के बीच विदेश मंत्री ने की इन दो देशों से बात, जानें क्या है भारत की आगे की प्लानिंग
नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने सोमवार को कहा कि उन्होंने संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री शेख अब्दुल्ला बिन जायद अल नाहयान से पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति और कूटनीति की भूमिका पर चर्चा की। इजराइल और ईरान के मध्य बढ़ते सैन्य तनाव के बीच पश्चिम एशिया में घटनाक्रम लगातार बदल रहा है।
जयशंकर ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘पश्चिम एशिया की मौजूदा स्थिति और कूटनीति की भूमिका पर यूएई के उप प्रधानमंत्री और विदेश मंत्री के साथ टेलीफोन पर बातचीत हुई। संपर्क में रहने की सहमति बनी।’’
विदेश मंत्री ने ‘एक्स’ पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि उन्होंने अपने आर्मेनियाई समकक्ष अरारत मिर्जोयान से भी बात की। जयशंकर ने कहा, ‘‘आर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारत मिर्जोयान से बातचीत की। क्षेत्र के घटनाक्रम और हमारे करीबी सहयोग पर चर्चा की।’’
इजराइल ने शुक्रवार को ईरान के परमाणु, मिसाइल और सैन्य परिसरों को निशाना बनाकर हमले किए, जिससे पश्चिम एशिया में तनाव बढ़ गया और ईरान ने जवाबी कार्रवाई की। भारत ने शुक्रवार को कहा था कि वह दोनों देशों के बीच हाल के घटनाक्रम को लेकर बहुत चिंतित है और उभरती स्थिति पर ‘बारीकी से नजर रख रहा है।’’
भारत ने दोनों देशों से किसी भी तरह के आक्रामक कदम से बचने का आग्रह किया। बढ़ते तनाव के बीच, जयशंकर ने शुक्रवार को स्थिति पर चर्चा करने के लिए इजराइल और ईरान में अपने समकक्षों से बात की। शुक्रवार को एक पोस्ट में, जयशंकर ने कहा कि उन्हें इजराइल के विदेश मंत्री गिदोन साआर का फोन आया। बाद में एक अन्य पोस्ट में, जयशंकर ने कहा कि उन्होंने ईरान के विदेश मंत्री सैय्यद अब्बास अराघची के साथ भी टेलीफोन पर बातचीत की।
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