शाहजहांपुर: नलकूप विभाग की जमीन पर बना दिया बुद्धा पार्क, पैमाइश में खुली पोल
खुटार, अमृत विचार। बसपा शासन काल में जिस पांच एकड़ जमीन पर मूर्तियां स्थापित कर बुद्धा पार्क बनाया गया था, वह जमीन राजस्व अभिलेखों में नलकूप विभाग की निकली,जिस पर मंगलवार को नलकूप विभाग ने अपना साइन बोर्ड लगा दिया और चेतावनी दी कि इस जमीन पर कब्जा करने या खुर्दबुर्द करने के साथ ही निर्माण कार्य करने का प्रयास किया गया, तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नगर से सटे पुवायां रोड पर 5 एकड़ से अधिक भूमि पड़ी है। जिस पर बसपा शासनकाल में बाबा साहब अंबेडकर और महात्मा बुद्ध की मूर्तियां लगाकर उसकी चाहरदीवारी कर दी गई थी। इसके बाद कुछ लोगों ने उक्त भूमि को बुद्ध पार्क की भूमि बताते हुए एक कमेटी गठित कर ली थी लेकिन इस कमेटी का कहीं पर कोई रजिस्ट्रेशन आदि नहीं कराया गया था। हाल ही में उक्त बुद्धा पार्क में ओपन जिम खुलवाने के लिए राज्यसभा सांसद मिथिलेश कुमार कठेरिया ने पार्क का निरीक्षण किया था और शासन से ओपन जिम खुलवाने की प्रक्रिया शुरू कराई थी लेकिन कथित तौर पर संचालित हो रही बुद्धा पार्क की कमेटी ने ओपन जिम खुलवाने का विरोध कर दिया था।
जिसके बाद ओपन जिम खुलने की प्रक्रिया को रोक दिया गया था। इसके बाद शासन और तहसील प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और बुद्धा पार्क की भूमि की जांच पड़ताल कराने के साथ ही इसकी पैमाइश कराई, तो उक्त भूमि सिंचाई विभाग नलकूप खंड के नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज मिली। जिसके बाद राजस्व विभाग ने इसकी रिपोर्ट सिंचाई विभाग नलकूप खंड प्रथम शाहजहांपुर को भेज दी थी।
राजस्व अभिलेखों में नलकूप सिंचाई विभाग के नाम बुद्धा पार्क की भूमि निकलने पर शासन के आदेश पर मंगलवार को नलकूप खंड सिंचाई विभाग प्रथम शाहजहांपुर के सहायक अभियंता नरोत्तम दिवाकर के नेतृत्व में नलकूप के कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने उक्त पार्क को अपने कब्जे में लेने के साथ ही पार्क के गेट पर नलकूप सिंचाई विभाग का बोर्ड लगाते हुए उक्त भूमि को अपना बताते हुए हिदायत दी कि किसी भी व्यक्ति द्वारा उक्त भूमि पर अवैध तरीके से कब्जा करने या उसे खुर्दबुर्द करने के साथ ही निर्माण कार्य करने का प्रयास किया गया, तो उक्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके बाद से कथित बुद्धा पार्क कमेटी के लोगों में खलबली मची हुई है। सिंचाई विभाग प्रथम नलकूप खंड के सहायक अभियंता नरोत्तम दिवाकर ने बताया कि जिस जमीन पर मूर्तियां स्थापित कर बुद्धा पार्क बनाया गया है, वह जमीन राजस्व अभिलेखों में नलकूप विभाग की है, जिस पर विभाग का साइन बोर्ड लगा दिया गया और इस जमीन पर अवैध अतिक्रमण न करने की चेतावनी दी गई है।
