अमेरिका ने ईरान को दी सैन्य कार्रवाई न बढ़ाने की चेतावनी, जानें क्या कहा...
संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की कार्यवाहक राजदूत डोर्थी शी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की एक आपात बैठक में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की चेतावनी को दोहराते हुए कहा कि ‘‘अमेरिकियों या अमेरिकी सैन्य अड्डों के खिलाफ ईरान के किसी भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष हमले का जवाब सख्ती से दिया जाएगा।’’
उन्होंने ईरान द्वारा बुलाई गई रविवार की बैठक में कहा कि अमेरिका ने इजरायल और अमेरिकी नागरिकों की रक्षा के लिए यह कदम उठाया है ताकि ईरान को परमाणु हथियार प्राप्त करने से रोका जा सके क्योंकि ईरान ने अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम के बारे में ‘‘भ्रामक’’ बातें फैलाईं और ‘‘हालिया वार्ताओं में सद्भावनापूर्ण प्रयासों को सफल नहीं होने दिया’’।
शी ने सुरक्षा परिषद से आग्रह किया कि वह ईरान से इजरायल को खत्म करने के मकसद से 47 साल से जारी उसके प्रयास को बंद करने, अपने परमाणु कार्यक्रम को समाप्त करने, अमेरिकियों और अमेरिकी हितों को निशाना बनाना बंद करने तथा ‘‘सद्भावनापूर्वक शांति वार्ता’’ करने का आह्वान करे।
दुनिया यह सुनिश्चित करे कि ईरान फिर कभी परमाणु खतरा न बने: इजरायल
संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के राजदूत डैनी डैनन ने ईरान द्वारा बुलाई गई संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक आपात बैठक में कहा कि ईरान के तीन परमाणु केन्द्रों पर अमेरिका के हमलों ने ‘‘विश्व के समक्ष मौजूद अस्तित्व के खतरे को समाप्त कर दिया है।’’
डैनन ने रविवार को कहा कि कूटनीति का मार्ग अपनाने की कोशिश की गई लेकिन ईरान ने ‘‘बातचीत की मेज का इस्तेमाल देर करने की रणनीति अपनाने, मिसाइलों का निर्माण करने और यूरेनियम संवर्धन करने में किया।’’
डैनन ने कहा कि इजराइल ने ईरान को कई साल दिए लेकिन वह नहीं माना इसलिए इजरायल ने कदम उठाया और ‘‘जब दुनिया परमाणु आपदा के मुहाने पर खड़ी थी तब अमेरिका आगे आया।’’ उन्होंने कहा कि अब दुनिया को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ईरान फिर कभी परमाणु खतरा न बने।
