परिषदीय स्कूलों के एकीकरण पर आया मायावती का बयान, बोलीं- गरीब विरोधी फैसले को वापस ले योगी सरकार 

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Published By Anjali Singh
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लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने कहा कि प्राथमिक विद्यालयों का एकीकरण का सरकार का फैसला शिक्षा व्यवस्था के प्रति अन्याय है और इससे करोड़ों गरीब बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा। सुश्री मायावती ने एक्स पर लिखा “ बेसिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों के युग्मन/एकीकरण की आड़ में बहुत सारे स्कूलों को बंद करने वाला जो फैसला लिया गया है, वह ग़रीबों के करोड़ों बच्चों को उनके घर के पास दी जाने वाली सुगम व सस्ती सरकारी शिक्षा व्यवस्था के प्रति न्याय नहीं, बल्कि पहली नजर में ही स्पष्ट तौर पर यह अनुचित, गै़र-ज़रूरी एवं गरीब-विरोधी प्रतीत होता है।”

https://twitter.com/Mayawati/status/1940335327463530639

 

उन्होने सरकार से अपील की कि वह अपना युग्मन/एकीकरण का यह फैसला ग़रीब छात्र-छात्राओं के व्यापक हित में तुरन्त वापस लेे। यदि सरकार अपना यह फैसला वापस नहीं लेती है तो बसपा सभी अभिभावकों को विश्वास दिलाती है कि उनकी पार्टी की सरकार बनने पर फिर इस फैसले को रद्द करके पुनः यहाँ प्रदेश में पुरानी व्यवस्था बहाल की जायेगी।

बसपा अध्यक्ष ने उम्मीद जतायी कि सरकार गरीबों व आमजन की शिक्षा के व्यापक हित के मद्दनज़र अपने इस फैसले को बदलने के बारे में ज़रूर सहानुभूतिपूर्वक विचार करेगी। 

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