राजा भैया के पिता उदय प्रताप समेत 13 लोग नजरबंद, मोहर्रम को लेकर पुलिस ने की कार्रवाई

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Published By Anjali Singh
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कुंडा/ प्रतापगढ़ अमृत विचार : कोतवाली कुंडा पुलिस ने शेखपुर में मोहर्रम पर्व को सकुशल सम्पन्न कराने के लिए जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के राष्ट्रीय अध्यक्ष व कुंडा विधायक रघुराज प्रताप सिंह राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह समेत 13 लोगों को 40 घंटे के लिए नजरबंद किया है। नजरबंद की नोटिस चस्पा करने के लिए कोतवाल अवन कुमार दीक्षित व अपराध निरीक्षक संजय सिंह मयफोर्स शनिवार को भदरी कोठी पहुंचे। वहां पर उन्होंने उदय प्रताप सिंह को रविवार रात 9:00 बजे तक नजरबंद करने की नोटिस को चस्पा किया। 

नोटिस चस्पा करने के दौरान राजा उदय प्रताप सिंह भदरी कोठी में मौजूद रहे। पुलिस के अनुसार राजा उदय प्रताप सिंह के साथ ही जितेंद्र यादव निवासी नौबस्ता हथिगवां, आनंदपाल बढ़ईपुर कुंडा, उमाकांत शेखपुर कुंडा,भवानी विश्वकर्मा बडूपुर कुंडा ,रवि सिंह व हनुमान प्रसाद पांडेय निवासी सुभाष नगर कुंडा ,केसरी नंदन सरैया प्रवेश पुर हथिगवां ,जमुना प्रसाद मियां का पुरवा कुंडा, निर्भय सिंह बेती हथिगवां,गया प्रजापति लोहारन का पुरवा, जुगनू विश्वकर्मा गोपालगंज शाहपुर हथिगवां,मोहनलाल पन्नालाल रोड प्रयागराज को नजर बंद किया गया है। नजरबंद किए गए सभी के घरों पर पुलिस फोर्स तैनात है।

इस कारण से सतर्क रहती है पुलिस

वर्ष 2012 में शेखपुर आशिक में मोहर्रम के दिन बंदर की गोली मारकर हत्याकर दी गई थी। इसके बाद हर वर्ष मोहर्रम के दिन शेखपुर आशिक स्थित हनुमान मंदिर पर हनुमान चालीसा का पाठ व प्रसाद वितरण का कार्यक्रम होने लगा था। लेकिन वर्ष 2015 में राजा उदय प्रताप सिंह की निगरानी में यह भंडारा विशाल रूप ले लिया था। 

पुलिस ने बड़ी मुश्किल से भंडारे के सामने से ताजिया को निकलवाया था। इसके बाद साल 2016 में मुस्लिम पक्ष ने भंडारा न होने के लिए हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की, जिसपर प्रशासन ने भंडारे पर रोक लगा दिया। इसी वजह से राजा उदय प्रताप सिंह व उनके सहयोगी मोहर्रम के दिन नजरबंद होते आ रहे हैं।

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