Hardoi News: हरदोई पुलिस ने साइबर गैंग का किया भंडाफोड़, तीन गिरफ्तार
हरदोई। उत्तर प्रदेश में हरदोई जिले की पुलिस ने बड़े पैमाने पर साइबर फर्जीवाड़ा करने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो सिविल रजिस्ट्रेशन सिस्टम (सीआरएस) पोर्टल को हैक कर, फर्जी ईमेल और पासवर्ड से जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्रों की एक पूरी फर्जी फैक्ट्री चला रहे थे।
इन कूटरचित प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल आधार कार्ड बनवाने उसमे उम्र बदलवाने , झूठी उम्र बताकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने बीमा पेंशन क्लेम फर्जीवाड़े, मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर जाली वारिस बन संपत्ति हड़पने ,फर्जी एडमिशन और सरकारी दस्तावेजों की मैनिपुलेशन जैसे कई गंभीर अवैध कामों में हो सकता है।
पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जो बिहार ,लखनऊ और कुशीनगर से इस पूरे नेटवर्क को चला रहे थे। अभी पुलिस को इसमें कुछ और लोगो की तलाश है। पुलिस अधीक्षक नीरज जादौन ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस को एक शिकायत मिली थी कि टड़ियावां विकास खंड में तैनात ग्राम विकास अधिकारी राजीव श्रीवास्तव की सीआरएस पोर्टल आईडी हैक कर किसी ने कई फर्जी जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र जारी किए हैं।
पुलिस ने मामला दर्ज कर पड़ताल शुरू की, जिसमें यह साइबर फर्जीवाड़े का जाल सामने आया। पुलिस के मुताबिक पूरे नेटवर्क का मास्टरमाइंड लखनऊ निवासी अभिषेक गुप्ता है, जो सरकारी अधिकारियों की पोर्टल लॉगिन आईडी हैक या खरीदकर उन्हें अवैध रूप से अन्य साइबर सेंटरों को बेचता था।
इसी को लेकर उसके संपर्क में धर्मेंद्र मद्धेशिया, जो कुशीनगर में जन सुविधा केंद्र चलाता था। उसने सीआरएस पोर्टल की एक आईडी अभिषेक से 10 हजार रुपए में खरीदी, और फिर 200-250 रुपए प्रति प्रमाण पत्र के हिसाब से नकली जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र बनाना शुरू किया। इस पूरे काम में रूपेश कुमार, सहरसा (बिहार) निवासी, एक तकनीकी एक्सपर्ट की भूमिका में था, जो ईमेल स्पूफिंग और पासवर्ड फिशिंग करता था।
आशंका है कि इन फर्जी प्रमाणपत्रों का इस्तेमाल आधार कार्ड बनवाने उसकी उम्र को कम अधिक कराने ,झूठी उम्र बताकर सरकारी योजनाओं का लाभ लेने बीमा पेंशन क्लेम फर्जीवाड़े मृत्यु प्रमाणपत्र के आधार पर जाली वारिस बन संपत्ति हड़पने फर्जी एडमिशन और सरकारी दस्तावेजों की मैनिपुलेशन जैसे कई गंभीर अवैध कामों में हो सकता है। पुलिस की छापेमारी में आरोपियों के पास से एक लैपटॉप ,चार मोबाइल फोन ,चार फर्जी प्रमाणपत्र आदि बरामद हुये हैं।
