किसान पथ पर सफाई कर रही महिला को ट्रक ने रौंदा, एक घायल, केबिन में फंसा चालक

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Published By Muskan Dixit
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हादसे के बाद कूडा लादने के लिए खड़े डंपर से टकराया ट्रक

लखनऊ, अमृत विचार: थाना क्षेत्र के किसान पथ स्थित मोहिद्दीनपुर गांव के पास शनिवार सुबह हाइवे पर सफाई कर रही कर्मचारी रजनी (45) को बेकाबू ट्रक ने रौंद दिया, जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। साथ काम कर रही दूसरी महिला ट्रक की चपेट में आने से घायल हो गयी। इसके बाद ट्रक अनियंत्रित होकर पास में ही कूड़ा लादने के लिए खड़े डंपर से टकरा गया। जिससे चालक केबिन में ही फंस गया। घटना के बाद मृतका के परिजन व ग्रामीणों ने हाइवे पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने ट्रक चालक पर नशे में गाड़ी चलाने का आरोप भी लगाया है। घायल ट्रक चालक को पुलिस को सौंप दिया गया। पीड़ित परिवार ने कार्यदायी संस्था पर लापरवाही के आरोप लगाए हैं।

भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) की कार्यदायी संस्था टीएनसी इंफ्राटेक की तरफ से हाइवे पर साफ-सफाई का काम चल रहा था। मोहनलालगंज के ग्राम शिवधारा निवासी रजनी रोजाना की तरह शनिवार सुबह एनएचआई की गाड़ी से काम पर निकली थी। किसान पथ स्थित मोहिद्दीनपुर गांव के पास रजनी गाड़ी से उतर कर सड़क के किनारे खड़ी हुई थी, जबकि सहकर्मी संगीता गाड़ी से नीचे उतर रही थी। इसी बीच कानपुर रोड की तरफ से सुल्तानपुर रोड की ओर जा रहा ट्रक अनियंत्रित होकर रजनी को कुचलते हुए गाड़ी से टकरा गया।

हादसे में रजनी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि संगीता के सिर व कमर में गंभीर चोट आई। हादसे में चालक केबिन में फंसकर घायल हो गया। स्थानीय लोगों ने दौड़कर कानपुर देहात के रसूलाबाद निवासी ट्रक चालक राजेश को पकड़ लिया। पुलिस ने घायल चालक को ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। मोहनलालगंज सीएचसी में उपचार कराकर संगीता को छुट्टी दे दी गयी। आक्रोशित लोगों ने सफाई कर्मियों के लिए सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाने और पीड़ित परिजनों को मुआवजा व नौकरी देने की मांग की है। इंस्पेक्टर धीरेंद्र सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जांच की जा रही है।

छह साल पूर्व हुई थी पति की मौत

रिश्तेदार राजकमल ने बताया कि रजनी के पति कमलेश की 6 वर्ष पहले ही मौत हो चुकी है। पिता के बाद मां रजनी की मौत के बाद पांच बच्चों सपना, सलोनी, काजल, विनय और निहाल अनाथ हो गए। वहीं, पीजीआई पुलिस का दावा है कि रजनी इस समय बनवारी के साथ रहती थी, जिसके चार बच्चे हैं। मौके पर मौजूद बनवारी ने खुद को पति बताया और बोला कि वह भी सफाई कर्मी है।

बिना सुरक्षा मानक के चल रहा था काम

हादसे के समय पुष्पा, राधा, बनवारी, घायल संगीता और रजनी एक प्वाइंट पर काम कर रहे थे, जबकि केकती, कमला, तारा, मीना, रामकनी थोड़ी दूर पर काम कर रहे थे। रजनी की साथियों और स्थानीय लोगों का कहना है कि जब भी हाईवे पर सफाई का काम होता है, तो सेफ्टी कोन लगाए जाते हैं लेकिन किसान पथ जैसी जगहों पर बड़े बैरिकेडिंग लगायी जानी चाहिए। मौके पर किसी भी कर्मी को कंपनी की तरफ से हेलमेट, सुरक्षा जैकेट और जंपर नहीं दिए गए थे। जिस जगह काम चल रहा था उसके पहले किसी भी प्रकार के संकेतक नहीं लगाए गए और न ही किसी सहयोगी स्टाफ को निगरानी के लिए तैनात किया गया था।

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