पीलीभीत: सपा कार्यालय खाली कराने के मामले में 24 को परखी जाएगी मौके की स्थिति
पीलीभीत, अमृत विचार। नगर पालिका के ईओ आवास में संचालित सपा कार्यालय को खाली कराने के मामले में सपा की ओर से कमीशन को लेकर दिए गए प्रार्थना पत्र को न्यायालय ने स्वीकार किया है। अब अमीन सिविल न्यायालय मौके की वास्तविक स्थित को परखेंगे। इसके लिए 24 जुलाई की तिथि नियत की गई है।
बता दें कि नकटादाना चौराहा पर स्थित नगर पालिका के ईओ आवास को समाजवादी पार्टी कार्यालय के लिए वर्ष 2005 में बोर्ड बैठक में प्रस्ताव पास करके समाजवादी पार्टी के कार्यालय के लिए किराए पर दिया था। इसके बाद 2020 में आवंटन निरस्त कर दिया गया। फिर ईओ आवास को खाली कराने के लिए तमाम प्रयास हुए लेकिन सपाई न्यायालय की शरण में गए और मामला अटका रहा। बीते 18 मई को चेयरमैन डॉ.आस्था अग्रवाल ने लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और इस मामले को रखा।
शासन के संज्ञान लेने के बाद प्रशासन भी हरकत में आया और फिर 18 जून को सपा कार्यालय पर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में नगर पालिका ने ईओ आवास पर कब्जा ले लिया। हालांकि पहले से सपा का ताला पड़ा था और अन्दर सामान भी सपा का रखा था। नगर पालिका ने अपने ताले भी डाल दिए और रंगाई-पुताई कराकर भवन पर ईओ आवास लिख दिया गया। फिर पूर्णतया कब्जे को लेकर कवायद चली, लेकिन मामला जस का तस है। सपा नेताओं ने सिविल न्यायालय सीनियर डिवीजन की शरण ली। बीते दिनों कमीशन अप्लीकेशन न्यायालय में दी गई थी।
सपा जिलाध्यक्ष जगदेव सिंह जग्गा ने बताया कि सपा की कमिशन के प्रार्थना पत्र को सिविल न्यायालय ने स्वीकार कर लिया है। अब इस मामले में मौके की स्थिति जानने के लिए 24 जुलाई की तिथि नियत की गई है। अमीन सिविल न्यायालय इस तिथि पर मौके की स्थिति की जांच कर रिपोर्ट न्यायालय में देंगे। यह भी कहा कि पार्टी की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है। इसे लेकर सोशल मीडिया पर भी सपा जिलाध्यक्ष की ओर से पोस्ट की गई। फिलहाल मामला चर्चा का विषय बना हुआ है।
