Bareilly: सिटीज 2.0...कूड़ा निस्तारण के लिए 80 वार्डों को मिलेंगे आधुनिक उपकरण
बरेली, अमृत विचार। सिटीज 2.0 योजना के तहत शहर के 80 वार्डों को कचरा मुक्त किया जाएगा। इसके लिए हाईटेक उपकरण मिलेंगे, जो वार्डों के विकास और स्वच्छता में सुधार के लिए उपयोग किए जाएंगे। इसके लिए नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ अर्बन अफेयर्स (एनआईयूए) और टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड (टीसीई) की संयुक्त टीम ने एक विस्तृत अध्ययन रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार और नगर आयुक्त को सौंपी है।
इसमें स्पष्ट रूप से कहा गया है कि हाईटेक उपकरणों के उपयोग से वार्डों की स्वच्छता में सुधार होगा और कूड़ा-कचरा प्रबंधन बेहतर होगा। इसके अलावा बेहतर सुविधाएं मिलने नागरिक अपने वार्डों के विकास में भागीदार भी बनेंगे।
पिछले साल सिटीज 2.0 के लिए देशभर की 84 स्मार्ट सिटीज ने प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर अपने-अपने प्रोजेक्ट को शामिल किया था। इसमें बरेली समेत 18 स्मार्ट सिटी का चयन हुआ था। नगर निगम से मिली जानकारी के मुताबिक पिछले दिनों केंद्र सरकार के दिशा निर्देश पर दो टीमों ने बरेली पहुंचकर 80 वार्डों का सर्वे कर अपनी रिपोर्ट तैयार की।
जिसमें कहा गया कि वर्तमान में वार्ड स्तर पर कचरा प्रबंधन की प्रक्रिया में आधुनिक उपकरणों की भारी कमी है, जिससे सफाई व्यवस्था बाधित होती है। टीम ने वार्डों का भौतिक निरीक्षण कर यह निष्कर्ष निकाला कि प्रभावी निस्तारण के लिए आधुनिक मशीनों और तकनीकों की जरूरत है।
स्थानीय स्वयं सहायता समूहों की भागीदारी भी इस पूरी प्रक्रिया में बेहद महत्वपूर्ण होगी। उनकी सक्रिय सहभागिता से न केवल रोजगार सृजन होगा, बल्कि कचरा प्रबंधन की जिम्मेदारी भी विकेंद्रीकृत होकर अधिक सुचारु रूप से संचालित हो सकेगी। नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य का कहना है कि संयुक्त टीमों ने शहर के सभी वार्डों का सर्वे पूरा कर रिपोर्ट सौंपी है।
जिसके तहत कूड़ा निस्तारण के लिए आधुनिक उपकरण लिए जाएंगे। इसके लिए शीघ्र ही अधिकारियों के साथ बैठकर प्लानिंग की जाएगी। शासन से दिशा-निर्देश आने के बाद चयनित हर वार्ड की निगरानी के लिए अधिकारी भी नियुक्त किए जाएंगे।
चयनित वार्डों में ये होंगे कार्य
वार्डों से कूड़ा उठान के साथ ही उपयोगी और अनुपयोगी कूड़े के निस्तारण के लिए मेटेरियल रिसीव फैसिलिटी को अत्याधुनिक किया जाएगा। सौर ऊर्जा आधारित कचरा निस्तारण प्लांट की स्थापना होगी। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट के तहत कूड़ा निस्तारण सेवाओं के लिए अत्याधुनिक निगरानी प्रणाली विकसित होगी। जल धाराओं का अपशिष्ट रिसाव रोकने के लिए शहर के नाले-नालियों में मैकेनिकल बार स्क्रीन की व्यवस्था होगी।
