मुरादाबाद: रामगंगा खतरे के निशान के पार, 75 गांवों में पहुंचा बाढ़ का पानी
मुरादाबाद, अमृत विचार। रामगंगा नदी का जलस्तर शुक्रवार को खतरे के निशान से पार होने से नदी के तटीय इलाकों में पानी भरने से अफरा तफरी मच गई। नदी के किनारे बसे 75 गांवों में से कई का संपर्क टूट गया। वहीं महानगर में रामगंगा नदी के किनारे के मोहल्ले आशियाना, लालबाग, नवाबपुरा, वारसी नगर आदि में पानी भरने से प्रशासन अलर्ट हो गया। डीएम के निर्देश पर उप जिलाधिकारी सदर ने प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच कर स्थिति को संभालना शुरू किया।
काफियाबाद और सलेम सराय भरतपुर से होकर ठाकुरद्वारा और काशीपुर जाने वाले राज्य मार्ग पर पानी से सड़कों पर पैदल और दो पहिया वाहनों का निकलना बंद हो गया। लोग बैलगाड़ी, ट्रैक्टर, मोटर साइकिल से उस पार जाते दिखे। रामगंगा, ढेला नदी, फीका नदी का जलस्तर बढ़ा हुआ है।प्रशासन ने निपटने के लिए तटबंधों की सुरक्षा के लिए पुख्ता इंतजाम किया है। बाढ़ खंड के अधिकारी लगातार तटबंधों की निगरानी कर रहे हैं।
शुक्रवार को सुबह लोगों ने जब आंख खोली तो रामगंगा नदी के किनारे आशियाना कॉलोनी से लेकर जामा मस्जिद तक बाढ़ का पानी सड़कों पर दिखाई दे रहा था। लालबाग और जामा मस्जिद में रामगंगा नदी के किनारे बसी बस्ती में बाढ़ का पानी लोगों के घरों तक पहुंच गया था। जब लोगों घरों बाहर देखा बाढ़ का लोगों की दहलीज तक बाढ़ का पानी पहुंच गया था। केंद्रीय जल संसाधन का कटघर रेलवे पुल के नीचे नगे गैस साइट (पैमाने ) के अनुसार मुरादाबाद में रामगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 42 सेंटीमीटर ऊपर पहुंच गया था। जिससे बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है।
जलस्तर सुबह 8 बजे तक 191.02 मीटर तक पहुंच गया है। बाढ़ खंड विभाग के अधीक्षण अधिशासी अभियंता राजेश सिंह के अनुसार कटघर पुल के नीचे गैज साइट पैमाने पर रामगंगा नदी में सुबह से शाम तक 20 मीटर बढ़ा है। शाम को 191.22 मीटर पानी पैमाने के हिसाब से था। इस कारण कई गांवों की हजारों बीघा खेती जलमग्न हो गई। कई का मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। निरंतर जल स्तर बढ़ रहा है। कुछ जगहों पर प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंच पाए हैं। हालांकि डीएम अनुज सिंह ने एसडीएम सदर डॉ. राम मोहन मीना पहले सील गुप्ता आई केयर सेंटर की ओर बढ़ते जलस्तर देखा।
इसके बाद वह बंगला गांव नट बाबा मंदिर के पास पहुंचे। ग्रामीण क्षेत्रों में तहसीलदार और संबंधित एसडीएम से पशुओं के चारा लाने पर पाबंदी लगाने के निर्देश दिए हैं। वहीं ताजपुर में बाढ़ के पानी अधिक होने के कारण डीएम कटघर पुल बंद करा दिया है। ताजपुर में सैकड़ों मकान पानी में घिर गए। जामा मस्जिद पुल के नीचे रामगंगा के दोनों छोर पर बसे लोग पानी बढ़ने से दहशत में आ गए। लोगों को रात में पानी बढ़ने का डर सता रहा है।
ठाकुरद्वारा काशीपुर मार्ग पर रोके वाहन
मुरादाबाद-उत्तराखंड बाईपास पर रामगंगा नदी का पानी आने से मुरादाबाद से नैनीताल जाने वाले बाईपास पर गुरुवार की शाम 2 से 3 फिट बाढ़ का पानी बहने लगा। सिविल लाइन पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को रोकना शुरू कर दिया। लोगों ने ट्रैक्टर और बैल गाड़ियों का सहारा लिया। कल शाम से मुख्यालय से संपर्क टूटने से जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।
लोगों में नाराजगी
लालबाग काली मंदिर के पास बस्ती में उस समय अफरा-तफरी मच गई। बढ़ते पानी के बीच अब तक प्रशासनिक अधिकारी नहीं पहुंचा है, जिससे लोगों में नाराजगी और चिंता दोनों देखी जा रही हैं। हालात बिगड़ने के डर से कई परिवार अपने बच्चों और बुजुर्गों को पहले ही रिश्तेदारों के यहां भेज चुके हैं।
यह क्षेत्र है प्रभावित
काफियाबाद, सलेमपुर, बंगला गांव, नवाबपुरा, दसवां घाट, लालबाग, वारसी नगर, ठाकुरद्वारा, सुरजन नगर
गागन का बढ़ा जलस्तर, पाकबड़ा के कई क्षेत्र प्रभावित
पाकबड़ा क्षेत्र में गागन नदी का जलस्तर बढ़ने से पाकबड़ा के आसपास के दर्जनों गांव बाढ़ की चपेट में आ गए हैं। शुक्रवार को नया मुरादाबाद में हर्बल पार्क के पीछे से होकर करीब दर्जन भर गांव बाढ़ के पानी प्रभावित हो गए। लोगों को 2010 में नदियों के तांडव का मंजर याद आ गया।
पाकबड़ा में हर्बल पार्क के पीछे आने वाले लकड़ी के पुल पर पानी आने उस पार आने वालों को संपर्क कटने की चिंता है। इस क्षेत्र में मलगद्दा, चौधरपुर, ज्ञानपुर, उत्तमपुर बहलोलपुर, डिडोरा, डिडोरी, सिकंदरपुर, शाहालमपुर, रसूलपुर सुनवाती आदि गांव में आवागमन प्रभावित हो गया है।
