कानपुर बिजली संकट : मंत्री ने कहा जनता को निर्बाध आपूर्ति देना ही प्राथमिकता

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Published By Vinay Shukla
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कानपुर, अमृत विचार : कानपुर की बिजली व्यवस्था को लेकर आए दिन उपभोक्ता परेशान हैं। कुछ दिन पहले शहरवासियों को घंटों बिजली कटौती झेलनी पड़ी थी। गर्मी में लोगों को सड़क पर जाम, सबस्टेशनों पर हंगामा और रात भर जागकर समय गुजारना पड़ा। लगातार शिकायतों के बीच रविवार को ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा ने केस्को मुख्यालय में समीक्षा बैठक की।

केस्को अधिकारियों की रिपोर्ट के अनुसार, शहर में औसतन साढ़े 23 घंटे बिजली आपूर्ति हो रही है, जिस पर ऊर्जा मंत्री ने संतोष जताया। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि बिजली बिलों में आ रही गड़बड़ियों को तुरंत सुधारा जाए, वरना संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई होगी।

उपभोक्ता शिकायतों पर सख्ती : ऊर्जा मंत्री ने कहा कि उपभोक्ताओं की समस्याओं का निस्तारण प्राथमिकता है। अगर किसी उपभोक्ता को बिल में त्रुटि मिलती है और उसका समाधान समय पर नहीं होता, तो सीधे जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा – “सरकार की मंशा जनता को बेहतर सुविधा देने की है, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”

बिजली चोरी और जर्जर तारों पर नजर : शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में जर्जर तारों और ट्रांसफार्मरों की तत्काल मरम्मत कराने के आदेश दिए गए। बारिश और आपदा के समय सुरक्षा सर्वोपरि रखने को कहा गया। साथ ही लाइन लॉस कम करने और बिजली चोरी रोकने के लिए विशेष अभियान चलाने का निर्देश भी दिया।

आरडीएसएस कार्यों में देरी पर फटकार : ऊर्जा मंत्री ने आरडीएसएस योजना और बिजनेस प्लान कार्यों में देरी पर नाराजगी जताई। योजना 2022 से शुरू हुई थी और 2024 तक पूरी होनी थी, लेकिन अभी तक अधूरी है। इस पर कंपनी पर 7.79 करोड़ का जुर्माना लगाया गया है। मंत्री ने कहा कि कार्य समय पर पूरे किए जाएं, वरना और भी सख्त कार्रवाई होगी। बैठक में डायरेक्टर राकेश वार्ष्णेय, मुख्य अभियंता संजय गुप्ता, अधिशासी अभियंता समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।

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