लखनऊ की ट्रैफिक लाइट कन्फ्यूज्ड: रोज बदल रहे यातायात के नियम, बैरिकेडिंग के इर्द-गिर्द घूमता ट्रैफिक
लखनऊ, अमृत विचारः कुछ समय पहले सड़क पर लगी पीली जलती-बुझती लाइट से लोग निकल निकल रहे थे। फिर पीला ब्लिंकर बंद कर लाइट रेड हो गई। ऐसे में सरपट दौड़ रहे वाहन चौराहे पर रुक गए। फिर अचानक ग्रीन लाइट जलने लगी, जैसे ही कुछ मिनट लोगों ने इसका अनुसरण किया तो फिर से चौराहे पीली लाइट जलने-बुझने लगी। यातायात कर्मी सीटी बजाते हुए ट्रैफिक को नियंत्रित करने की कोशिश करते हैं, लेकिन हाथ कुछ नहीं आता और चारों ओर से आ रहा ट्रैफिक उलझते हुए आगे बढ़ता है।
.jpg)
चौराहों पर यातायात पुलिस की बैरिकेडिंग के अवरोध में फंसते विकल्प ढूंढते आगे बढ़ते हैं तो ट्रैफिक सिपाही उन्हें ना... का इशारा करते हुए सीधे जाने को कहता है। यह उलझाऊ व्यवस्था फौरी निर्देशों की वह बानगी है जिसमें फंसकर लोग दिनभर उलझते-टकराते हुए रेंगने को मजबूर हैं। दिन में कई बार यह व्यवस्था बदली जाती है। यातायात व्यवस्था की बदहाली की विस्तृत रिपोर्ट पेश कर रहे हैं रिपोर्टर अमित पांडेय और छायाकार प्रमोद शर्मा...।
हुसैनगंज बर्लिंगटन चौराहा
.jpg)
शुरुआत हुसैनगंज बर्लिंगटन चौराहे से करते हैं। लंबी दूरी तक बैरिकेडिंग लगाकर एक ओर का रास्ता रोक दिया गया। पीला ब्लिकंर सतर्क होकर वाहन निकालें का अलर्ट जारी कर रहा है कि अचानक लाल बत्ती जलती है और फिर सामने की ओर जाने के लिए हरी बत्ती जल उठती है। कुछ मिनट ट्रैफिक रेड और ग्रीन लाइट से संचालित होता है। अचानक फिर पीले ब्लिंकर की आमद होती है और यातायात हर ओर से आगे बढ़ने लगता है। एक साथ हुसैनगंज, सदर और विधानसभा की ओर से आ-जा रहे वाहन इधर-उधर से रास्ता ढूंढते हुए आगे बढ़ते हैं। वाहन चालक भ्रमित रहते हैं। ऑफिस टाइम ट्रैफिक का दबाव इस कदर बढ़ जाता है कि लोगों को वाहन निकालना मुश्किल हो जाता है।
लेफ्ट टर्न और यू-टर्न की नई योजना ने दिया छका
.jpg)
बर्लिंगटन चौराहे पर बैरिकेडिंग लगाकर कैसरबाग की ओर से आने वाले वाहनों के लेफ्ट टर्न लेकर रतन स्क्वायर के पास बनाए गए यू-टर्न से वापस आने के दौरान यातायात टकराता रहता है।
विधानसभा चौराहा
.jpg)
विधानसभा के सामने ही बैरिकेडिंग लगी है। इसमें हजरतगंज से विधानसभा की ओर और हुसैनगंज से हजरतगंज जाने वाले लोग यू-टर्न में दिनभर उलझे नजर आते हैं। यातायात का टकराना और लगी बैरिकेडिंग में घूमना लोगों को छकाए रहता है। इसी से राह ढूंढकर वाहन सवार आगे का रास्ता तय करते हैं। हजरतगंज चौराहे पर थोड़ी स्थित संभली दिखती है लेकिन दक्षिण मुखी हनुमान मंदिर की ओर से हजरतगंज की ओर से आने वाले लोग श्रीराम टावर से घूमने के बजाए चौराहे से ही विपरीत दिशा में रफ्तार भरते हुए आगे बढ़ते हैं। नतीजा यातायात टकराता है।
श्रीराम टॉवर मोड़
.jpg)
हजरतगंज से आगे बढ़ती ही आयकर दफ्तर, डीआरएम कार्यालय होते हुए श्रीराम टॉवर पर पहुंचते हैं। यहां पर मोड़ पर दो जगह बैरिकेडिंग लगा दी गई। यानी इसका मतलब होता है कि वाहन जवाहरभवन मोड़ तक जाए फिर वहां से वाहन घूमाकर वापस श्रीराम टावर मोड़ पर पहुंचे। लेकिन ऐसा होता नहीं। यातायात बैरिकेडिंग के इर्द-गिर्द घूमते हुए आगे बढ़ता और टकराता रहता है। यातायात कर्मी भागते हुए वाहन स्वामियों को ना... का इशारा करते हुए आगे जाने को कहता है। बीच-बीच में दो जगह बैरिकेडिंग दिनभर पूरे यातायात को घुमाए रहती हैं।
ये भी पढ़े :
PM Surya Ghar: सर्वाधिक सोलर इंस्टालेशन करने वाले जिले होंगे पुरस्कृत, डीएम ने समीक्षा कर जारी किये दिशा-निर्देश
सोर्स : कार्यालय संवाददाता
