कानपुर में सुजातगंज रेलवे क्रॉसिंग पर ब्रिज निर्माण शुरू : 2 लाख लोगों को मिलेगा सीधा फायदा

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Published By Vinay Shukla
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कानपुर, अमृत विचार : दिल्ली-हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर गेट नंबर 78 सुजातगंज रेलवे क्रॉसिंग पर ब्रिज निर्माण की प्रक्रिया तेज हो गई है। पाइल्स टेस्टिंग का काम शुरू हो चुका है और इसके लिए मिट्टी व मौरंग से भरी बोरियां लगाई जा रही हैं। रेलवे ने लक्ष्य तय किया है कि यह ब्रिज वर्ष 2026 तक तैयार हो जाएगा।

करीब 710 मीटर लंबा और 7.5 मीटर चौड़ा यह ब्रिज 2 लाख से अधिक लोगों के लिए राहत लेकर आएगा। अभी इस क्रॉसिंग पर रोजाना 200 से ज्यादा मालगाड़ियों व यात्री गाड़ियों की आवाजाही रहती है, जिससे गेट अधिकांश समय बंद रहता है और लोगों को भारी जाम का सामना करना पड़ता है।

इस परियोजना की लागत पहले 97 करोड़ रुपये थी, लेकिन अब यह बढ़कर 161.84 करोड़ रुपये हो गई है। रेलवे इस पूरे ब्रिज का निर्माण कार्य खुद कर रहा है।

अंडरपास प्रस्ताव नामंजूर : इस क्रॉसिंग पर पहले अंडरपास बनाने का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन कैंट एरिया होने के कारण सुरक्षा वजहों से इसे मंजूरी नहीं मिल सकी। इसके बाद ब्रिज बनाने का प्रस्ताव पास हुआ। ब्रिज बनने के बाद बाबूपुरवा, बेगमपुरवा, अजीतगंज, सुजातगंज, रामपुरम, स्वर्ण जयंती विहार, कोयला नगर, गद्दियाना, चिश्ती नगर सहित दर्जनों क्षेत्रों के लोग सीधे लाभान्वित होंगे। अब लोगों को सीओडी ब्रिज से होकर लंबा चक्कर लगाने की मजबूरी नहीं होगी, बल्कि सुजातगंज से सीधे छप्पन भोग चौराहा पहुंच सकेंगे।

रेलवे रूट का दबाव भी घटेगा : कानपुर सेंट्रल स्टेशन का लोड कम करने के लिए गोविंदपुरी स्टेशन से 50 से अधिक ट्रेनों को चलाया जा रहा है। पहले इस बाईपास से केवल मालगाड़ियां गुजरती थीं, लेकिन अब यात्री गाड़ियां भी इस रूट से निकलने लगी हैं। रेलवे जनसंपर्क अधिकारी अमित सिंह के मुताबिक, ब्रिज को दो साल के भीतर पूरा करने का लक्ष्य है। इसके तैयार हो जाने के बाद सुजातगंज रेलवे क्रॉसिंग पर जाम की समस्या से स्थायी राहत मिलेगी।

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