Bijnor: पुलिस ने पूछा बर्तनों पर क्यों छिड़का पेशाब? नौकरानी बोली दिमाग हो गया था खराब....

Amrit Vichar Network
Published By Vinay Shukla
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बिजनौर,  अमृत विचार : नगीना क्षेत्र में एक व्यापारी के घर की रसोई से जुड़ा घिनौना मामला सामने आने के बाद शुक्रवार को पुलिस ने घरेलू नौकरानी को थाने बुलाकर दोबारा पूछताछ की। आरोपी महिला उस वीडियो में दिखाई दे रही है, जिसमें वह रसोई में बर्तन धोते समय गिलास में पेशाब कर बर्तनों पर छिड़कती नजर आई थी। पुलिस पूछताछ में महिला ने कहा कि “उस वक्त दिमाग खराब हो गया था,” और अपनी हरकत पर शर्मिंदगी जताई।

एसडीएम कोर्ट से  मिली जमानत : परिवार के सदस्यों को कुछ दिन से संदेह था, जिसके बाद घर में सीसीटीवी कैमरा लगवाया गया। बृहस्पतिवार को फुटेज सामने आते ही वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। परिजनों ने महिला को पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। प्रारंभिक कार्रवाई में पुलिस ने शांतिभंग की धाराओं में चालान कर दिया था। मामले में व्यापारी की ओर से औपचारिक तहरीर न दिए जाने के कारण गंभीर धाराओं में रिपोर्ट दर्ज नहीं हो सकी। बाद में महिला को एसडीएम कोर्ट से जमानत मिल गई।

पता नहीं कैसे कर दी गलती : शुक्रवार को मामले की संवेदनशीलता और सार्वजनिक स्वास्थ्य से जुड़े पहलुओं को देखते हुए पुलिस ने आरोपी को फिर थाने तलब किया। सीओ डॉ. अंजनी कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि महिला से काफी देर तक पूछताछ हुई, लेकिन उसने विस्तृत वजह नहीं बताई। उसका कहना है कि वह कई वर्षों से उसी घर में काम कर रही थी और “पता नहीं कैसे ऐसा गलत काम कर दिया।” पुलिस ने बताया कि वीडियो और बयान के आधार पर प्रकरण के सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। यदि पीड़ित पक्ष की तहरीर मिलती है तो आगे की विधिक कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस वेरिफिकेशन की मांग : स्थानीय स्तर पर घटना ने स्वच्छता और खाद्य सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ाई है। आस-पड़ोस के लोगों ने रसोई और खान-पान से जुड़े घरेलू कर्मचारियों की पुलिस वेरिफिकेशन और नियमित निगरानी की मांग की है। कानूनी जानकारों के मुताबिक, पीड़ित पक्ष शिकायत दर्ज कराए तो मामले में सार्वजनिक स्वास्थ्य को खतरे और आस्थगित नुकसान से संबंधित धाराओं में भी कार्रवाई संभव है। 

भ्रामक कंटेंट पर कार्रवाई की चेतावनी : उधर, व्यापारी परिवार ने कहा कि घर में भोजन की व्यवस्था पूरी तरह बदली गई है और रसोई के सभी बर्तनों व सतहों की सैनिटाइजेशन कराई गई है। परिवार ने लोगों से अपील की है कि वीडियो साझा करते समय निजी पहचान उजागर न करें, ताकि कानूनी प्रक्रिया प्रभावित न हो। पुलिस का कहना है कि सोशल मीडिया पर फैल रही सूचनाओं की भी निगरानी की जा रही है। अफवाह या भ्रामक कंटेंट पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। फिलहाल, पुलिस पीड़ित पक्ष के औपचारिक आवेदन का इंतजार कर रही है, जिसके बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।

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