आखिरी बार मां से बात..IIT कानपुर के सॉफ्टवेयर डेवलपर ने किया सुसाइड, गणपति उत्सव पर घर आने की कही थी बात 

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Published By Anjali Singh
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कानपुर, अमृत विचार। सॉफ्टवेयर डेवलपर दीपक चौधरी की आत्महत्या की खबर पर उसके परिजन मंगलवार को महाराष्ट्र से शहर पहुंचे। एकलौते बेटे का शव देखकर पिता फफक पड़े। पिता नितिन शिरीष चौधरी ने बताया कि बेटे ने व्यवहार से ऐसा महसूस ही नहीं होने दिया, कि वह तनाव के दौर से गुजर रहा है। परिजनों में उसकी आखिरी बातचीत रविवार शाम उसकी मां विद्या से बात हुई थी। दीपक ने कहा था कि गणपति पूजा में घर आएगा। अगर पता होता कि बेटा कुछ इस तरह मिलेगा तो उसे पहले ही ले जाते। 

मूलरूप से महाराष्ट्र जलगांव के ग्राम पंचायत जबल कोठारी निवासी नितिन शिरीष चौधरी महाराष्ट्र इलेक्ट्रिकल बोर्ड में तैनात है। परिवार में पत्नी विद्या, बेटी पूजा व एकलौता बेटा दीपक था। उन्होंने बताया कि बेटी महाराष्ट्र में प्रोफेसर है। आईआईटी में साफ्टवेयर डेवलपर दीपक कल्याणपुर गूबा गार्डन स्थित विजय इंक्लेव अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 1514 में अपने दोस्त अमन के साथ रहता था। अमन के अनुसार रविवार देर रात खाना खाने के बाद दीपक सोने चला गया था। 

अगले दिन सुबह बेल बजाई, कॉल किया, लेकिन दीपक की ओर कोई जवाब नहीं मिला। इस पर कल्याणपुर पुलिस को सूचना दी। जब पुलिस कमरे में घुसी तो दीपक का शव फंदे से लटकता मिला। पुलिस ने दीपक के परिजनों को घटना की खबर दी। एकलौते बेटे की मौत की जानकारी पाकर घरवालों में कोहराम मच गया। मंगलवार सुबह दीपक के पिता बेटे का शव लेने कानपुर आए। 

पोस्टमार्टम हाउस पर उन्होंने बताया कि दो माह पहले ही वह कल्याणपुर आए थे, तब आठ दिन बेटे के साथ रुके थे। उस समय बेटे के चेहरे पर तनाव, चिंता ऐसी कोई बात सामने नहीं आई। उसने अपनी मां विद्या से कहा था कि गणेश पूजा पर वह गांव आएगा। बेटे ने करीब 15 मिनट तक मां से हंसते हुए बात की, ऐसा लगा ही नहीं कि वह तनाव में है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के अनुसार दीपक की मौत हैंगिंग से हुई है। विसरा सुरक्षित रखा गया है।

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