टीम में बने रहना मेंटली चैलेंजिंग..संन्यास को लेकर अमित मिश्रा ने खोले कई राज, बताई ये बड़ी वजह 

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Published By Anjali Singh
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दिल्ली। भारत के अनुभवी लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने बृहस्पतिवार को क्रिकेट के हर प्रारूप से संन्यास ले लिया और उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर के दौरान दो अलग दौर का सामना किया। पहला दौर महान स्पिनर अनिल कुंबले की जगह लेने के साथ उनसे की जाने वाली अपेक्षाओं के भारी दबाव से निपटने में बीता तो दूसरा दौर रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा के आने से हुई प्रतिस्पर्धा से निपटने का रहा। 

इसमें से ऑफ स्पिनर अश्विन जहां महेंद्र सिंह धोनी की योजना का हिस्सा रहे तो वहीं जडेजा विराट कोहली की रणनीति के अनुकूल रहे। लेकिन लेग ब्रेक गेंदबाजी करने वाले और शानदार गुगली फेंकने वाले मिश्रा को अश्विन और जडेजा के साथ तीसरे विकल्प के रूप में काफी कम इस्तेमाल किया जाता। मिश्रा ने 22 टेस्ट में 76 विकेट लिए हैं। 

उन्होंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा के बाद न्यूज़ एजेंसी से कहा, ‘‘यह बहुत निराशाजनक चीज थी। कभी आप टीम में होते हैं, कभी बाहर। कभी आपको अंतिम एकादश में खेलने का मौका मिलता, कभी नहीं। निश्चित रूप से यह निराशाजनक है। इसमें कोई शक नहीं कि मैं कई बार निराश हुआ।’’ उन्होंने कहा, ‘‘लेकिन आपका सपना तो भारत के लिए क्रिकेट खेलना होता है। आप राष्ट्रीय टीम के साथ हो और लाखों लोग टीम में जगह बनाने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हो। आप भारतीय टीम के 15 खिलाड़ियों में से एक हो तो मैंने सकारात्मक बने रहने की कोशिश की।’’ 

टीम में अंदर-बाहर होते रहना मानसिक रूप से मुश्किल

मिश्रा ने स्वीकार किया कि भारतीय टीम में अंदर-बाहर होते रहना मानसिक रूप से मुश्किल था। उन्होंने कहा, ‘‘जब भी मैं निराश होता था तो मैं यही सोचता कि मैं कहां सुधार कर सकता हूं। चाहे वह मेरी फिटनेस हो, बल्लेबाजी हो या गेंदबाजी, मैंने हमेशा बेहतर होने पर ध्यान केंद्रित किया। जब भी मुझे भारतीय टीम के लिए खेलने का मौका मिला, मैंने अच्छा प्रदर्शन किया। मैं इससे बहुत खुश हूं। मैं कभी कड़ी मेहनत से पीछे नहीं हटा।

क्रिकेट से संन्यास की घोषणा

बता दें कि अनुभवी भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा ने गुरुवार को क्रिकेट से संन्यास की लेने की घोषणा कर दी। मिश्रा ने अपने सोशल मीडिया मंच कहा, “आज, 25 साल बाद, मैं क्रिकेट से संन्यास की घोषणा करता हूं - एक ऐसा खेल जो मेरा पहला प्यार, मेरा शिक्षक और मेरी खुशी का सबसे बड़ा स्रोत रहा है। यह यात्रा अनगिनत भावनाओं से भरी रही है - गर्व, कठिनाई, सीखने और प्यार के क्षण। मैं बीसीसीआई, हरियाणा क्रिकेट एसोसिएशन, मेरे कोचों, सहयोगी स्टाफ, सहकर्मियों और सबसे महत्वपूर्ण प्रशंसकों का तहे दिल से आभारी हूं, जिनके विश्वास और समर्थन ने मुझे हर कदम पर ताकत दी। 

IPL में 3 बार हैट्रिक बनाने वाले इकलौते भारतीय गेंदबाज

42 वर्षीय मिश्रा ने वह इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में तीन बार हैट्रिक बनाने वाले इकलौते भारतीय गेंदबाज है। उन्होंने 2003 से 2017 तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सभी प्रारूप खेले और 22 टेस्ट, 36 एकदिवसीय और 10 अंतरराष्ट्रीय टी-20 मैच खेले। उनका पिछला प्रतिस्पर्धी मैच आईपीएल 2024 में लखनऊ सुपर जायंट्स (एलएसजी) के लिए था। मिश्रा आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स (अब कैपिटल्स), डेक्कन चार्जर्स, सनराइजर्स हैदराबाद और एलएसजी के लिए खेले। आईपीएल 2022 को छोड़कर, उन्होंने 2008 से 2024 तक टूर्नामेंट के सभी संस्करण खेले। उन्होंने 162 मैचों में 174 आईपीएल विकेट लिए हैं। इस मामले में वह आठवें स्थान पर है।

शुरुआती दिनों को याद कर इमोशनल हुए अमित मिश्रा 

शुरुआती दिनों के संघर्षों और त्यागों से लेकर मैदान पर बिताए अविस्मरणीय पलों तक, हर अध्याय एक ऐसा अनुभव रहा है जिसने मुझे एक क्रिकेटर और एक इंसान के रूप में आकार दिया है।” उन्होंने कहा, “मेरे परिवार को ‘उतार-चढ़ाव भरे दौर में मेरे साथ मजबूती से खड़े रहने के लिए धन्यवाद। मेरे साथियों और मार्गदर्शकों को’ इस सफर को इतना खास बनाने के लिए धन्यवाद। इस अध्याय को समाप्त करते हुए, मेरा हृदय कृतज्ञता और प्रेम से भर गया है। क्रिकेट ने मुझे सब कुछ दिया है और अब, मैं उस खेल को कुछ वापस देने के लिए उत्सुक हूं जिसने मुझे वो बनाया जो मैं हूं।”

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