दशहरा मेला: संगम नगरी में मेला तैयारियों को लेकर बैठक, नवरात्र के पहले दिन से दशहरा उत्सव का शंखनाद
प्रयागराज। संगम नगरी प्रयागराज में 22 सितंबर से दस दिवसीय दशहरे मेले की शुरुआत हो जायेगी। इसी कड़ी में महंत बाबा हाथीराम पजावा रामलीला कमेटी ने इस वर्ष विशेष आयोजन की तैयारी की है। प्रभु श्रीराम, लक्ष्मण और माता जानकी को 150 वर्ष पुराने लाहौरी मुकुट धारण कराया जायेगा। शाहगंज स्थित राम मंदिर में इन मुकुटों की साफ-सफाई का कार्य किया जा रहा है।
कमेटी के कोषाध्यक्ष अमिताभ टंडन ने सोमवार देर शाम मीडिया को बताया कि ये मुकुट लाला मनोहर दास बच्चाजी के परिवार ने पाकिस्तान के लाहौर के कारीगरों से बनवाया था। सभी मुकुट कमेटी की देखरेख में सुरक्षित हैं।17 सितंबर को शाम सात बजे शाहगंज राम मंदिर में मुकुट पूजन का आयोजन होगा। कमेटी के वरिष्ठ सदस्य मोहनजी टंडन ने मुकुट पूजन की पुरानी परंपरा के बारे में जानकारी दी।
शाहगंज राम मंदिर में 111 ब्राह्मण और वेदपाठी मंत्रोच्चार के साथ विधि-विधान से पूजन किया जायेगा। उसके बाद से भगवान राम, माता सीता, लक्ष्मण, भरत और शत्रुघ्न का परंपरागत तरीके से मुकुट पूजन होगा। नवरात्र के पहले दिन से भगवान स्वर्णिम मुकुट धारण करेंगे और दशहरा उत्सव का शंखनाद होगा। प्रत्येक दिन सुबह शाम भगवान की चौकी निकाली जाती है जिसे देखने के लिए सड़कों पर जन सैलाब उमड़ पड़ता है।
