कूड़े का ढेर बन जाएगा शहर: निगम गेट पर खड़े किए वाहन, अनिश्चितकालीन हड़ताल का ऐलान
बरेली, अमृत विचार। नगर निगम परिसर में एबीवीपी कार्यकर्ताओं के शुक्रवार को हंगामे के बाद से निगम कर्मचारियों में भारी रोष है। निगम कर्मियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल के ऐलान के बाद मुख्य द्वार पर वाहन खड़े कर दिए। निगम कर्मचारियों ने छात्र नेताओं पर अभद्रता करने का आरोप लगाते हुए घटना का जमकर विरोध किया। निगम कर्मचारियों ने ऐलान किया है कि शनिवार से शहर की सफाई व्यवस्था को ठप रखा जाएगा। उधर, निगम के स्वास्थ्य विभाग के लिपिक ने एबीवीपी नेताओं के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने को तहरीर दी है।
एबीवीपी के नेताओं के हंगामे के बाद नगर निगम कर्मचारी यूनियन ने भी एबीवीपी कार्यकर्ताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। एबीवीपी कार्यकर्ता जैसे ही निगम कार्यालय से बाहर निकले वैसे ही नगर निगम कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने एकत्र होकर अनिश्चित कालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया। इस संबंध में नगर निगम कर्मचारी नेता राजकुमार समदर्शी ने बताया कि जिस प्रकार से नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ अभद्रता की गई है। इसके विरोध में अनिश्चिकालीन हड़ताल रहेगी। वहीं शनिवार से शहर में किसी भी प्रकार का सफाई कार्य नहीं किया जाएगा।
उधर, निगम के स्वास्थ्य विभाग के लिपिक राजकुमार समदर्शी ने थाना कोतवाली में तहरीर दी है। आरोप लगाया है कि 7 नवंबर को करीब 12 बजे बरेली कॉलेज के कुछ छात्र, एक छात्रा और करीब 50 से अधिक असामाजिक तत्व नगर निगम कार्यालय पहुंचे। बिना किसी औपचारिकता के उन्होंने नारेबाजी शुरू कर दी। जब कर्मचारियों ने पूछताछ की, तो उन्होंने अभद्रता और बदतमीजी करनी शुरू कर दी।
एबीवीपी नेताओं ने डीएम को सौंपा ज्ञापन, कार्रवाई की मांग
एबीवीपी के विभाग सह संयोजक श्रेयांश वाजपेयी ने बताया कि संगठन पदाधिकारियों ने डीएम अविनाश सिंह को ज्ञापन देकर निगम अधिकारियों और कर्मचारियों पर कार्रवाई की मांग की है। इस पर डीएम ने आश्वासन दिया है कि मामले की जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
शराब के नशे में आते हैं कर्मचारी, की अभद्रता
एबीवीपी कार्यकर्ता जिस समय नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे थे। इसी बीच शोर-शराबे के चलते एक निगम कर्मचारी कार्यकर्ताओं को समझाने पहुंचा तो कार्यकर्ताओं से उसकी नोकझोंक होने लगी। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि ये कर्मचारी शराब के नशे है। इसका मेडिकल परीक्षण कराया जाए। हंगामा बढ़ते देख कर्मचारी वहां से फरार हो गया।
एक्सईएन और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी बहस
कार्यालय के अंदर एबीवीपी कार्यकर्ता नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य से शिकायत कर रहे थे। कार्यकर्ताओं कहना था कि बरेली कॉलेज के गर्ल्स हॉस्टल में गंदगी फैली हुई है। यहां रोशनी की व्यवस्था तक नहीं है, जबकि कॉलेज प्रबंधन नगर निगम को टैक्स देता है। इसी बीच कार्यकर्ताओं ने नगर आयुक्त की मेज पर तेजी से हाथ मारा जिस पर कार्यालय में उपस्थित एक्सईएन राजीव कुमार राठी ने कार्यकर्ताओं से मर्यादित तरीके से शिकायत करने की बात कही। इस पर कार्यकर्ताओं और एक्सईएन के बीच तीखी बहस हुई और कार्यकर्ता कार्यालय से बाहर आकर जमीन पर बैठकर नारेबाजी करने लगे।
गाड़ी पर चढ़े कार्यकर्ता, पैदल निकल गए नगर आयुक्त
विवाद बढ़ने पर नगर आयुक्त कार्यालय से बाहर निकले तो कार्यकर्ताओं ने उनका घेराव कर लिया। जैसे ही नगर आयुक्त ने सरकारी वाहन में बैठने का प्रयास किया, कार्यकर्ताओं ने वाहन को आगे से घेर लिया। इस पर नगर आयुक्त पैदल ही अपने आवास की ओर निकल गए। उनके जाने के बाद चालक ने वाहन निगम के मुख्य द्वार की तरफ बढ़ाया तो कार्यकर्ता वाहन के बोनट पर चढ़ गए। इसके बाद चालक ने वाहन को वहीं खड़ा कर दिया।
पहले भी कई बार निगम बन चुका है अखाड़ा
नगर आयुक्त कार्यालय के बाहर हंगामा और प्रदर्शन का ये पहला मामला नहीं है। इससे पूर्व भी तत्कालीन नगर आयुक्त सैमुअल पॉल एन. के कार्यकाल के दौरान मांगों को लेकर पार्षदों ने भारी हंगामा किया था वहीं निधि गुप्ता वत्स के कार्यकाल में भी ठेकेदारों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया था।
