जिगरी दोस्तों की आखिरी मुलाकात : दिल्ली ब्लास्ट में गई अमरोहा के अशोक और लोकेश की जान
अमरोहा, अमृत विचार। दिल्ली में धमाके के दौरान अब तक 11 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं मरने वालों में दो लोग अमरोहा के भी शामिल हैं। लाल किले के पास हुए धमाके में अमरोहा के लोकेश अग्रवाल और अशोक अग्रवाल को अपनी जान गवानी पड़ी।
मूल रूप से अमरोहा के हसनपुर, मंगरोला निवासी अशोक कुमार डीटीसी (दिल्ली परिवहन निगम) में सविंदा बस चालक थे। नौ साल पहले ही उनकी नौकरी लगी थी। वह दिल्ली अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ दिल्ली के जगतपुर इलाके में रह रहे थे। अमरोहा से आए उनके पुराने दोस्त लोकेश अग्रवाल भी भी घटना के वक्त उनके साथ थे।
फिर कभी नहीं मिलेंगे दोस्त
अमरोहा के रहने वाले लोकेश अग्रवाल एक खाद विक्रेता हैं। वह दिल्ली में अपने किसी बीमार रिश्तेदार को देखने गए थे। लिहाजा पुराने दोस्त अशोक से मिलने का मन हुआ तो उन्हें फोन किया। अशोक ने लोकेश को सोमवार शाम लाल किला के पास मिलने बुलाया था। इस दौरान ब्लास्ट हो गया। नहीं पता था कि दोनों दोस्तों की ये आखिरी मुलाकात साबित होगी।
परिवार में मचा कोहराम
अमरोहा के रहने वाले खाद विक्रेता लोकेश अग्रवाल की मौत की खबर सुनकर उनके परिवार में कोहराम मच गया। घर पर सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा। किसी को उम्मीद नहीं थी कि इस तरह लोकेश और अशोक को अपनी जान गवानी पड़ेगी।
