दिल्ली धमाका : डॉ. शाहीन का कनेक्शन खंगालने में हिरासत में आए डॉ. आरिफ, जम्मू-कश्मीर का है रहने वाला
कानपुर, अमृत विचार। दिल्ली में धमाके के तार अब कानपुर से गहरा गए हैं। डॉ. शाहीन के कॉटेक्ट और कनेक्शन की तलाश में जुटी सुरक्षा एजेंसियों ने कार्डियोलॉजी में डीएम के प्रथम वर्ष में छात्र डॉ. मो. आरिफ को गिरफ्तार किया है। जम्मू-कश्मीर का निवासी डॉ. आरिफ अशोकनगर स्थित एक भट्ठा संचालक के थ्री बीएचके फ्लैट में कार्डियोलॉजी के डॉ. अभिषेक के साथ रहता था।
डॉ. अभिषेक से ही फ्लैट की चाबी लेकर बुधवार शाम एनआईए और एटीएस ने डॉ. आरिफ के कमरे को खंगाला। 20 मिनट तक कमरे में तलाशी ली गई। सुरक्षा एजेंसियों को कमरे से क्या मिला, इसकी जानकारी साझा नहीं की गई है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि कमरे से हार्ड डिस्क, लैपटॉप आदि मिले हैं। जिन्हें कब्जे में लेकर छानबीन शुरू है। सूत्रों के हवाले से डॉ. शाहीन कुछ दिन पहले डॉ. आरिफ से मिलने आई थी। डॉ. शाहीन के नेटवर्क का संचालन आरिफ भी कर रहा था।
मूलरूप से उन्नाव से संबंद्ध रखने वाले अशोक नगर निवासी कन्हैया लाला साजीदा का ईंट भट्ठा का व्यवसाय है। उन्होंने बताया कि कार्डियोलॉजी के डॉ. अभिषेक यादव तीन माह पहले उनके यहां एग्रीमेंट पर किराए पर रहने आए थे। दूसरे खंड पर उन्होंने थ्री बीएचके फ्लैट 27 हजार रुपये में लिया था। उसके दो माह बाद उनके साथ डॉ. आरिफ आए।
अभिषेक ने बताया उनके साथी हैं और अब साथ में रहेंगे, इसलिए संयुक्त एग्रीमेंट कराया था। अभिषेक ने कहा था, साथी होने से किराए का लोड कम पड़ेगा। कन्हैया लाल के अनुसार उनके चार मंजिला मकान में छह फ्लैट हैं। जिसमें दो का उपयोग वह खुद करते हैं। बाकी में किराएदार हैं। नगरनिगम, मेट्रो के लोग भी एग्रीमेंट पर रहते हैं। उन्होंने बताया कि बुधवार देर शाम चार लोग चाबी लेकर आए थे। कार सड़क किनारे खड़ी और सीधा दूसरे खंड पर पहुंचे।
उनके बेटे ने डॉ. आरिफ के फ्लैट का ताला खोलते देखा। बेटे ने उनसे पूछताछ के बाद ही फ्लैट का ताला खोलने दिया। करीब 20 मिनट फ्लैट में रुकने के बाद सभी चले गए। उसके बाद गुरुवार सुबह से ही पुलिस का आना-जाना लगा रहा। एसीपी स्वरूपनगर सुमित सुधाकर रामटेके ने भी आसपास लोगों से पूछताछ की। मकान में रहने वाले लोगों ने बताया कि डॉ. आरिफ व अभिषेक का किसी से मतलत नहीं था। चुपचाप आते और चले जाते। आसपास के दुकानदारों से भी कोई मतलब नहीं था।
एकाएक पुलिस को देखकर इलाके में मचा हड़कंप
डॉ. आरिफ के फ्लैट में बुधवार देर शाम सुरक्षा एजेंसी टीम कब आई और कब चली गई, इसकी भनक लोगों को नहीं लगी। लेकिन गुरुवार सुबह जब थाना, चौकी की पुलिस और जब दलबत के साथ एसीपी स्वरूपनगर पहुंचे। उससे पहले कन्हैया लाल के घर के बाहर एलआईयू टीम भी लोगों ने देखी, तब जाकर इलाके में हलचल मची।
इसी के साथ लोगों में चर्चा शुरू हो गई। जब लोगों को पता चला कि फ्लैट में रहने वाला डॉ. आरिफ के संबंद्ध देशविरोध थे तो लोग डरे भी। घर के सामने ही पकौड़ी का ठेला लगाने वाले ने कहा कि कोई मतलब नहीं था। वह अक्सर पिट्ठू बैग पीठ पर लादकर सिर नीचे करके जाता था, लेकिन उसके पास लंबी-लंबी कारें आती थीं। यह भी बताया कि डॉक्टर के आने-जाने का कोई समय नहीं था।
चैरिटी के नाम पर कश्मीरी डॉक्टर्स कर रहे प्रैक्टिस
सुरक्षा एजेंसियों की माने तो डॉक्टरों की बड़ी चेन डॉ. शाहीन के संपर्क में थी। डॉ. आरिफ कश्मीर का रहने वाला है। लिहाजा एजेंसियों और शहर पुलिस के जांच निशाने पर कश्मीर डॉक्टर हैं, जो कानपुर में रहकर प्रैक्टिस कर रहे हैं। यह भी सामने आया है कि कानपुर में रहकर चैरिटी के नाम पर कश्मीर के डॉक्टर प्रैक्टिस कर रहे हैं।
आधार कार्ड बनाने वाली एजेंसी से ऐसे लोगों की तमाम जानकारी मांगी गई है। जिन्होंने बीते तीन माह में आधार कार्ड बनवाए। जिनकी उम्र 17 से 30 साल के बीच हैं। वह छात्र जो बाहर के रहने वाले हैं और कानपुर में पढ़ने आए हैं।
