उत्तर प्रदेश में शीत लहर की दस्तक दे रहीं पहाड़ों की हवाएं... तापमान में गिरावट जारी

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Published By Muskan Dixit
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कई जिलों में चलीं सर्द हवाओं ने कराया कंपकंपी का एहसास। पहाड़ों पर बर्फबारी थमने के बावजूद ठंडी पछुआ हवाओं की दिशा में बदलाव के कारण। मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक सर्दी अपने चरम पर नहीं पहुंचेगी, लेकिन ठंडक महसूस की जाएगी

लखनऊ, अमृत विचार : उत्तर प्रदेश में पहाड़ों से आ रहीं हवाएं शीत लहर की दस्तक दे रहीं हैं। कई जिलों में चलीं सर्द हवाओं ने कंपकपी का एहसास करा दिया है। दरअसल, पहाड़ों पर बर्फबारी थमने के बावजूद ठंडी पछुआ हवाओं की दिशा में बदलाव के कारण रात के तापमान में गिरावट जारी है। हालांकि, मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक सर्दी अपने चरम पर नहीं पहुंचेगी, लेकिन ठंडक महसूस की जाएगी।

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) के ताजा अपडेट के मुताबिक बरेली, मुरादाबाद समेत पूर्वी उत्तर प्रदेश के भी ज्यादातर जिलों में ठंड बढ़ने की संभावना जताई गई है। पश्चिमी हवाओं के असर से रात के तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। विभाग का अनुमान है कि न्यूनतम तापमान में तीन डिग्री सेल्सियस तक की कमी आ सकती है। अगले सात दिनों तक पूरे प्रदेश में मौसम शुष्क रहेगा, जबकि सुबह और शाम के समय धुंध या कोहरा छा सकता है।

वरिष्ठ मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के मुताबिक, अगले दो से तीन दिनों तक प्रदेश के कई जिलों में रात के पारे में और गिरावट देखी जाएगी। उन्होंने बताया कि पहाड़ों पर फिलहाल बर्फबारी थम गई है, जिससे दिन का तापमान सामान्य रहेगा। हालांकि ठंडी पछुआ हवाओं की दिशा में बदलाव के कारण रात के तापमान में लगातार गिरावट जारी रहेगी। मध्य और पूर्वी उत्तर प्रदेश में अगले कुछ दिनों तक सर्दी अपने चरम पर नहीं पहुंचेगी, लेकिन ठंडक महसूस की जाएगी।

इससे पहले बुधवार देर रात से ही कानपुर, इटावा, बरेली और बुलंदशहर समेत कई जिलों में ठंड ने लोगों को कंपा दिया। सुबह के समय कोहरे की हल्की परत और ठंडी हवाओं ने शीतलहर जैसे हालात बना दिए। मौसम विभाग ने बताया कि जिन जिलों में न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे बना है, वहां रात और सुबह शीतलहर की स्थिति पैदा हो सकती है।

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