गोंडा मेडिकल कालेज के मोर्चरी में रखे शव की आंख गायब: परिजनों ने जमकर कटा बवाल, मामले की जांच जारी
गोंडा। उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में स्थित सरकारी मेडिकल कॉलेज में शव की बायीं आंख गायब मिलने पर मृतक के परिजनों नें मोर्चरी के बाहर शुक्रवार को जमकर हंगामा काटा। जिले के स्वशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय बाबू ईश्वर शरण मेडिकल कॉलेज में रखे गए एक मृतक की दोनों आंख रहस्यमय तरीके से गायब हो गयी। सुबह परिजन पहुंचे तो आंख गायब देखकर वह अवाक रह गए। नाराज परिजनों ने अस्पताल परिसर में जमकर हंगामा किया और स्ट्रेचर पर शव रखकर अस्पताल के गेट पर प्रदर्शन किया और सीएमओ को शिकायत देकर कार्रवाई की मांग की। परिजनों का अस्पताल कर्मियों पर शव से आंख निकालने का आरोप लगाया है।
परसपुर थाना क्षेत्र रायपुर चरसड़ी निवासी कौशलेंद्र कुमार उर्फ पिंकू (33) मजदूरी करके पत्नी और दो बच्चों का पेट पालता है। गुरुवार सुबह वह कर्नलगंज थाना क्षेत्र के रायपुर इलाके में एक मकान के निर्माण के लिए गया था।ढलाई करने के दौरान सीढ़ियां अचानक भरभराकर गिर गईं। करीब 11 फिट की ऊंचाई से गिरने के कारण कौशलेंद्र का सिर फट गया। अस्पताल ले जाते समय रास्ते में उसकी मौत हो गयी।
बड़े भाई कृष्ण कुमार ने बताया गुरुवार शाम करीब 4 बजे वह मेडिकल कॉलेज पहुंचे तो डॉक्टरों ने मृत घोषित करते हुए शव को मॉर्च्यूरी भेज दिया। मॉर्च्यूरी में रखने से पहले हमने मोबाइल से वीडियो बनाया और फिर घर चले गए।कृष्ण कुमार ने बताया शुक्रवार सुबह 10 बजे अस्पताल पहुंचे तो डॉक्टरों ने कहा, कोतवाली जाकर लिखा-पढ़ी कर लो। उसके बाद शव का पोस्टमॉर्टम होगा। कोतवाली से लिखा-पढ़ी करके लौटे तो मॉर्च्यूरी बंद थी।मॉर्च्यूरी इंचार्ज चाबी लेकर आया।
भीतर जाते ही देखा कि भाई के शव पर चेहरे को गमछे से बांधा गया था। जिसमें काफी खून लगा था। गमछा हटाया तो दोनों आंखें गायब थीं। आखों के आसपास की चमड़ी भी उधड़ी हुई थी। मॉर्च्यूरी इंचार्ज से पूछा तो उसने कोई जानकारी होने से इंकार कर दिया। कृष्ण कुमार ने बताया जब हमने अस्पताल प्रबंधन से मामले की शिकायत की तो कर्मचारियों ने कहा कि शव को चूहे ने खा लिया है।
कृष्ण कुमार का आरोप है कि देखने में साफ लग रहा था कि कैंची से आंखें निकाली गई हैं। अस्पताल प्रशासन मामले को रफा-दफा करने में लगा है। घटना के बाद गुस्साए परिजनों ने अस्पताल के ही स्ट्रेचर पर शव यात्रा निकाली। प्रशासनिक भवन के सामने शव रखकर नारेबाजी की।
सीएमओ को लिखित शिकायत करते हुए कार्रवाई की मांग की। सीएमओ डॉ. रश्मि वर्मा ने बताया कि परिजन शव को रख करके प्रदर्शन कर रहे थे। जिन्हें समझाया गया है इस पूरे मामले की जांच कराई जा रही है जांच में जो भी दोषी पाए जाएंगे उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
मामले की जांच के लिए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल के नेतृत्व में सीएमएस मेडिकल कॉलेज और एक फोरेंसिक एक्सपर्ट को सदस्य बनाया गया है। तीनों लोगों द्वारा जांच करके पूरे मामले की विस्तृत रिपोर्ट दी जाएगी। - आलोक कुमार ,एडीएम
तीन साल पहले मुजेहना सीएचसी में भी हुई थी घटना
कुछ इसी तरह की घटना तीन साल पहले मुजेहना सीएचसी में भी हुई थी जब एक नवजात को चूहे ने कुतर डाला था। इस घटना में नवजात की मौत हो गयी थी। यहां भी परिजनों ने जमकर हंगामा किया था और लापरवाह स्वास्थ्य कर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी लेकिन जिला प्रशासन ने मामले में लीपापोती कर उसे रफा दफा कर दिया था। इस घटना के बाद अब एक बार फिर से उसकी याद ताजा हो गयी है।
