अमृत विचार स्पेशल रिपोर्ट : प्रसूताओं को नहीं मिल रहा नाश्ता, भोजन की मात्रा भी कम... मलिहाबाद सीएचसी में डाइट चार्ट का नहीं किया जा रहा पालन
मलिहाबाद, लखनऊ, अमृत विचार : मलिहाबाद सीएचसी में प्रसूताओं को पर्याप्त मात्रा में और पौष्टिक आहार नहीं दिया जा रहा है। सुबह नाश्ता भी नहीं मिलता है। सोमवार को अमृत विचार की टीम से बातचीत में भर्ती प्रसूताओं ने ये आरोप लगाए। प्रसूताओं से बातचीत का वीडियो अमृत विचार के पास मौजूद है।
मलिहाबाद सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) में प्रसूताओं को सुबह का नाश्ता और दोपहर व रात का भोजन देने के लिए सीएमओ कार्यालय से टेंडर हुआ था। निजी वेंडर को 135 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से ठेका मिला है। वेंडर सीएचसी परिसर में खाना बनवाता है। प्रसूताओं का आरोप है कि उन्हें पौष्टिक फल, दलिया नहीं दिया जा रहा है। सोमवार को वार्ड में सात प्रसूताएं भर्ती थी। उन्होंने बताया कि सुबह का नाश्ता नहीं मिलता है। दोपहर और रात को भोजन में भी निर्धारित मात्रा में नहीं दिया जाता। रोटी की संख्या कम रहती है। सब्जी और दाल की गुणवत्ता भी ठीक नहीं रहती। आरोप लगाया कई बार भरपेट भोजन नहीं मिल पाता।
रसोइया को तीन माह से नहीं मिला वेतन
पड़ताल में सामने आया कि रसोइया को तीन महीने से वेतन नहीं मिला है। इससे उनके मनोबल पर असर पड़ा है। भोजन तैयारी की पूरी प्रणाली अस्त-व्यस्त हो गई है। वेतन न मिलने से रसोइया में नाराजगी है।
नहीं चस्पा किया डाइट चार्ट
सीएमओ ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों के वार्ड में डाइट चार्ट चस्पा कराने के निर्देश दिए हैं। जिससे प्रसूताओं को पता चल सके कि उन्हें नाश्ते और भोजन में क्या मिलना है। मलिहाबाद सीएचसी में कहीं भी डाइट चार्ट चस्पा नहीं किया गया है।
ये है डाइट चार्ट
सुबह का नाश्ता : दूध 200 एमएल, 2 अंडे, दलिया/दलिया/पोहा/ ब्रेड (4 स्लाइस) व 10 ग्राम मक्खन।
दोपहर का भोजन : 4 रोटी, दाल, मौसमी सब्जी, चावल एवं सलाद/दही।
रात्रि का भोजन : 4 रोटी, मौसमी सब्जी, चावल एवं मौसमी फल व एक गिलास दूध।
डाइट चार्ट के आधार पर ही प्रसूताओं को नाश्ता और भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसकी मॉनिटरिंग की जाती है, अगर प्रसूताओं को समय से और डाइट चार्ट के हिसाब से नाश्ता व भोजन नहीं मिल रहा तो उस पर वेंडर से बात करके व्यवस्था को दुरुस्त किया जाएगा।
-डॉ. अशोक कुमार, सीएचसी अधीक्षक मलिहाबाद
प्रसूताओं को भोजन और नाश्ता नहीं मिल रहा है तो अधीक्षक से जवाब तलब किया जाएगा। लापरवाही मिलने पर संबंधित के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
-डॉ. एनबी सिंह, सीएमओ
