कानपुर कुंदन हत्याकांड : हत्यारोपी चंदन की लखनऊ में मिली लोकेशन, जानिए क्या बोले परिजन...

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Published By Deepak Mishra
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कानपुर। नेत्रहीन भाई कुंदन की हत्या करके फरार चंदन की लोकेशन लखनऊ में मिली है। परिजनों का कहना है कि कुंदन उसकी आंख में किरकिरी बना था, क्योंकि वह नशेबाज दोस्तों को घर में लाकर शराब पिलाने का विरोध करता था।

चंदन बड़े भाई को कई बार पीट चुका था और कई बार जानलेवा हमला किया। छत से नीचे फेंकने की कोशिश की। तीन दिन पहले भी मारापीटा और सीने में चाकू घोंपने दौड़ा था तो बहन पहुंच गई। कुंदन के हाथ में चाकू लगने से जख्म हो गया था। लोगों के कहने के बाद भी कुंदन ने छोटा भाई समझकर पुलिस से शिकायत नहीं की। 

बर्रा विश्व बैंक एच-ब्लाक निवासी 43 वर्षीय कुंदन बहन कंचन के साथ रहता था, लेकिन टाइल्स पत्थर का काम करने वाला छोटा भाई चंदन लखनऊ से हर 15 दिन में आता था। कंचन ने बताया कि यहां आकर दोस्तों के साथ दिनभर कमरे में बैठकर शराब पीता। भाई कुंदन केवल घर में नशेबाजी का विरोध करते थे। एक साल में चंदन करीब आधा दर्ज बार भाई को मार डालने का प्रयास किया।

कंचन के अनुसार भाई कुंदन को आंखों से दिखाई नहीं देता था, इसलिए लाचार होकर घर पर ही रहते। बुधवार रात भी चंदन दोस्त राजू चौरसिया के साथ कमरे में शराब पी रहा था। हो-हल्ला व गाली-गलौज पर कुंदन ने विरोध किया तो चंदन ने राजू के साथ मिलकर चाकू से हमला किया। सिर, चेहरा समेत पूरे शरीर पर वार किए। चीख सुनकर वह पहुंची तो चंदन व राजू बाहर भागे।

वहीं कुंदन का शव जमीन पर पड़ा देखा। चींख सुनकर मोहल्ले के लोग और पुलिस पहुंची। मौके पर राजू का आधार कार्ड पड़ा मिला था। जिसके आधार पर पुलिस ने उसे दबोच लिया। डीसीपी साउथ दीपेंद्र नाथ चौधरी ने बताया कि हत्यारोपी चंदन की लोकेशन लखनऊ में मिली है। पुलिस टीमें रवाना हुई है। 

आठ भाइयों में पांच की मौत
कंचन ने बताया कि वह आठ भाई और तीन बहन थीं। जिसमें कुंदन समेत पांच भाइयों की मौत हो चुकी है। तीन बहनों में एक बहन भी नहीं है। एक बहन और एक भाई विनोद की ही शादी हुई। वह परिवार समेत घाटमपुर में रहते हैं और टाइल्स पत्थर की चुनाई का काम करते हैं। एक साल पहले मोतियाबिंद के कारण कुंदन की आंखें गई थी। 

दो दिन पहले कंचन को भी पीटा था 
कंचन ने बताया कि चंदन दो दिन पहले भी राजू चौरिसया के साथ घर में शराब पी रहा था। तब कुंदन ने विरोध किया तो उसे पीटने लगा था। वह पहुंची तो उसे भी मारा और कमरे से भगा दिया। उस दिन भी भाई को चाकू मारने का प्रयास किया था। दूसरे दिन बर्तन साफ करते उसमें खून लगा देखा तो कुंदन से पूछा। उसके हाथ की उंगली पर चाकू लगने जख्म था, जो हाथ से बचाव करते लगी थी। लेकिन कहने के बाद भी उसने पुलिस से शिकायत नहीं की।

हत्या के प्रयास में एक साल जेल में रहा चंदन 
घाटमपुर में रहने वाले कुंदन के भाई विनोद ने बताया कि चंदन नशे का लती लंबे समय से है। नशे में झगड़ा करने के कारण ही वह 20 साल अलग रहने लगे। उन्होंने बताया कि चंदन ने करीब तीन साल पहले गोविंदनगर में जानलेवा हमला किया था। गोविंदनगर पुलिस ने उसे हत्या के प्रयास में जेल भेजा था। वह करीब एक साल जेल में रहा, उसके बाद लखनऊ जाकर काम करने लगा। लेकिन नशेबाजी के लिए हर माह घर आता था।

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