लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों ने फूंका संजय निषाद का पुतला, बलिया अपमान के आरोप में मंत्री की बर्खास्तगी की मांग

Amrit Vichar Network
Published By Muskan Dixit
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लखनऊ, अमृत विचार : लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्रों का गुस्सा मंत्री संजय निषाद पर फूट पड़ा। छात्रों ने उनके पुतले को दहन करते हुए जोरदार नारे लगाए और मांग की कि उन्हें बलिया जिले का अपमान करने के लिए तत्काल बर्खास्त किया जाए। विवाद तब शुरू हुआ जब मंत्री ने बलिया को लेकर विवादस्पद बयान दिया।

पुतला दहन के दौरान छात्रों और पुलिस के बीच झड़प हुई। पुलिस ने पुतला छीनने का प्रयास किया, लेकिन तब तक छात्रों ने आग लगा दी थी। प्रदर्शनकारी छात्रों ने जोर देकर कहा कि बलिया जिला स्वतंत्रता संग्राम का महत्वपूर्ण केंद्र है और इसे अपमानित नहीं किया जा सकता।

छात्र आदित्य पाण्डेय ने कहा कि बलिया स्वतंत्रता आंदोलन का स्वर्णिम पृष्ठ है, जहां पहले क्रांतिकारियों ने आजादी का संकल्प घोषित किया। छात्र अंकित और सौरभ ने कहा कि बलिया शहीद चित्तू पाण्डेय और मंगल पाण्डेय की धरती है, और इसका अपमान बर्दास्त नहीं किया जाएगा।

मंत्री संजय निषाद ने पहले दिए बयान में बलिया को लेकर नकारात्मक टिप्पणी की थी। उनके इस बयान पर शहीद पंडित रामदहीन ओझा के परिवार ने कड़ी आपत्ति जताई। इस विवाद ने विश्वविद्यालय और आसपास के जिलों के छात्रों में भारी आक्रोश पैदा कर दिया।

छात्रों ने कहा कि वे बलिया की विरासत और सम्मान की रक्षा के लिए सख्त खड़े रहेंगे और भविष्य में भी ऐसे किसी अपमान को बर्दास्त नहीं करेंगे।

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