गृहकर जमा फिर भी बढ़ाकर बनाया बकायेदार... पीड़ित ने बताया दुख, नगर निगम में आयोजित समाधान दिवस में आए 68 मामले
एक भवन का 2025-26 तक जमा गृहकर, 45 हजार का भेजा नोटिस
लखनऊ, अमृत विचार : नगर निगम ने एक मकान का गृहकर जमा करने के बाद भी कई गुना बढ़ाकर भवन स्वामी को 45 हजार रुपये का बकायेदार बना दिया और जमा न करने पर नोटिस भी जारी कर दी। भवन स्वामी ने शुक्रवार को लालबाग स्थित नगर निगम के मुख्यालय पर आयोजित समाधान दिवस में महापौर सुषमा खर्कवाल और नगर आयुक्त गौरव कुमार से गृहकर कम करने की गुहार लगाई तो जांच करके संशोधन के निर्देश दिए गए।
इंदिरा नगर सेक्टर-9 से आए अजय कुमार वर्मा ने बताया कि वह सिक्योरिटी गार्ड हैं। 900 स्क्वाय फीट मकान है। जिसका 4600 रुपये वार्षिक गृहकर के हिसाब 2025-26 तक जमा कर रखा है। इसके बाद भी गड़बड़ी करके 45 हजार रुपये तीन साल का बकाया दिखाकर नोटिस भेज दिया। किस हिसाब से मूल्यांकन किया समझ से बाहर है और सुधार के लिए चक्कर लगा रहे है। कुल 68 मामले आए।
केस-1 दुकानों का एक सामान नहीं गृहकर
विशाल खंड 1 से आए एमपी सिंह ने दुकानों का एक सामान कर निर्धारण न होने का आरोप लगाया। बताया कि क्षेत्र में एक तर्ज की दुकानें हैं। उनका अधिक और दूसरों का कम गृहकर लगाया है। उन्हें 40 हजार रुपये का नोटिस भेज दिया है तो किसी का 20-30 हजार रुपये लगाए हैं। दुकानें भी सील पड़ी हैं।
केस-2 गृहकर कम बताकर बढ़ाने का दबाव
समाधान दिवस में मल्लपुर जोन-6 से आए संदीप अग्रवाल ने बताया कि प्लाट पर टीनेशड लगाकर कबाड़ का गाेदाम खोले हैं। 19 हजार रुपये वार्षिक गृहकर जमा करते हैं। 2025-26 तक जमा कर दिया है। इसके बाद भी वार्षिक गृहकर कम और गलत बताकर बढ़ाने के लिए कहा जा रहा है।
केस-3 670 से 1674 हुआ गृहकर
भोला खेड़ा के करीब 80 वर्षीय राम खिलावन बेटे राहुल के साथ हाथ पकड़कर समाधान दिवस पहुंचे। बताया कि उनका छोटा सा मकान है। इसका वार्षिक गृहकर 670 रुपये जमा करते हैं, लेकिन जीआईएस सर्वे में बढ़ाकर 1674 रुपये कर दिया है। जो जमा करने में असमर्थ हैं।
केस-4 गल्ली मंडी के पास गेट का प्रस्ताव करें निरस्त
फतेहगंज गल्ला मंडी से आए व्यापारियों ने मंडी के मुख्य द्वार के पास प्रस्तावित नगर निगम के गेट निर्माण का प्रस्ताव निरस्त करने की मांग की। अध्यक्ष घनश्याम गुप्ता ने बताया कि मंडी का संपर्क मार्ग चारबाग से नाका होते हुए अमीनाबाद के मुख्य मार्ग में मिलता है। गेट निर्माण से मंडी का मुख्य मार्ग और सकरा हो जाएगा।
