वाराणसी में रोहिंग्या और बांग्लादेशी की तलाश, ‘ऑपरेशन टॉर्च’ के तहत पुलिस कर रही अवैध प्रवासी परिवारों का सत्यापन

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Published By Anjali Singh
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वाराणसी। वाराणसी पुलिस ने सिगरा इलाके में कई संदिग्ध बांग्लादेशी परिवारों के रहने की सूचना मिलने के बाद उनके सत्यापन के लिए अभियान चलाया। एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार पुलिस आयुक्त के निर्देश पर अधिकारियों की एक टीम सोमवार को सिगरा इलाके के उस स्थान पर पहुंची, जहां समाजवादी पार्टी के एक नेता के बताए जा रहे घर में कथित रूप से 30 से 35 बांग्लादेशी परिवार रह रहे थे। 

अपर पुलिस उपायुक्त टी. सरवन ने बताया कि बांग्लादेशी, रोहिंग्या नागरिकों सहित अवैध प्रवासियों की पहचान के सत्यापन के लिए शहर भर में जारी अभियान के तहत यह कार्रवाई की गई। उन्होंने बताया कि सत्यापन के दौरान पता चला कि ये परिवार मूल रूप से पश्चिम बंगाल के हैं और कई वर्षों से इस इलाके में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि परिवारों की संख्या, उनके रहने का उद्देश्य और उनके पहचान संबंधी दस्तावेजों की जानकारी जुटाई जा रही है। 

जमा किए गए दस्तावेजों का सत्यापन किया जा रहा है कि ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई फर्जी पहचान पत्र इस्तेमाल न किया गया हो। सरवन ने बताया कि किसी भी अनियमितता की स्थिति में सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

काशी जोन के पुलिस उपायुक्त गौरव बंसवाल के मुताबिक ‘ऑपरेशन टॉर्च’ इस विशेष अभियान का उद्देश्य झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वाले या रेहड़ी-पटरी पर सामान बेचने वाले लोगों की पहचान करना और उनके नागरिकता संबंधी दस्तावेजों का सत्यापन करना है। बंसवाल ने कहा कि गैर-कानूनी तरीके से रहने वालों की पहचान के लिए कई स्थानों पर जांच जारी है और ऐसे लोगों के खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

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सोर्स : (भाषा)

 

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