अस्पताल सील... बगल के दरवाजे से चल रहा इलाज, चिकित्सक पर FIR दर्ज 

Amrit Vichar Network
Published By Anjali Singh
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अयोध्या,  अमृत विचार : इनायतनगर थाना क्षेत्र के कुचेरा बाजार में एक डॉक्टर का अजीबो-गरीब कारनामा सामने आया है। डॉक्टर ने सील किए गए अस्पताल कम चिकित्सा केंद्र में सेंध लगा इलाज शुरू करा दिया। मामला पकड़ में तब आया जब शिकायतकर्ता ने दूसरी बार स्वास्थ्य विभाग को तस्वीरें भेजीं। मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंची तो उसके पैरों तले जमीन खिसक गई। अंदर एक लड़का मरीजों का उपचार कर रहा था। अंग्रेजी दवाएं बरामद करते हुए केंद्र को पुन: सील कर दिया गया है।

झोलाछाप पर कार्रवाई के नोडल अधिकारी एवं डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश चौधरी के नेतृत्व में टीम ने बुधवार को दोबारा छापेमारी की। मौके पर पहुंचते ही टीम हैरान रह गई। मुख्य दरवाजे पर स्वास्थ्य विभाग की सील अब भी लगी हुई थी, लेकिन बगल की दीवार में लगे दरवाजे से अस्पताल पूरी तरह चालू करा दिया। डॉ. राजेश चौधरी ने बताया कि पहली कार्रवाई के दौरान अस्पताल में चार बेड मिले थे। संचालक के पास केवल बीएएमएस (आयुर्वेद) की डिग्री थी, लेकिन वह खुद को सर्जन बताते थे। अस्पताल में 24 घंटे इमरजेंसी सेवा का बोर्ड लगा था। जांच में पता चला कि आयुर्वेदिक चिकित्सक के रूप में उनका रजिस्ट्रेशन भी समाप्त हो चुका है। सभी अनियमितताओं को देखते हुए छह दिसंबर को पूरे केंद्र को सील कर दिया गया था।

दूसरी छापेमारी में अंदर से बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाएं, आईवी फ्लूइड, एंटीबायोटिक दवाएं, इंजेक्शन और अन्य प्रतिबंधित सामग्री बरामद हुई। डॉ. चौधरी ने बताया कि सील तोड़कर या वैकल्पिक रास्ता बनाकर अस्पताल चलाना गंभीर अपराध है। इसके लिए संबंधित चिकित्सक के खिलाफ थाने में एफआईआर दर्ज कराई जाएगी।

वेदांत डायग्नोस्टिक सेंटर अनियमितताओं के चलते सील

अयोध्या, अमृत विचार: मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान के निर्देश पर कुमारगंज क्षेत्र के खंडासा गांव में स्थित वेदांत (डायग्नोस्टिक, एक्स-रे एवं अल्ट्रासाउंड) सेंटर का बुधवार को औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण टीम का नेतृत्व डॉ. राजेश चौधरी ने किया। निरीक्षण में कई गंभीर अनियमितताएं सामने आईं। अल्ट्रासाउंड सेंटर का पीसीपीएनडीटी रजिस्ट्रेशन दिसंबर 2024 में ही समाप्त हो चुका था, जिसका नवीनीकरण संचालक अजय सिंह ने नहीं कराया। पैथोलॉजी लैब और एक्स-रे यूनिट के लिए कोई वैध मान्यता या रजिस्ट्रेशन प्रस्तुत नहीं किया गया। 

बायोमेडिकल वेस्ट प्रबंधन की कोई व्यवस्था परिसर में नहीं मिली। निरीक्षण के समय सेंटर पर कोई चिकित्सक उपस्थित नहीं था। संचालक ने डॉ. शैलेंद्र से फोन पर बात कराई, जिन्होंने खुद को लखनऊ में बताया। संचालक ने बताया कि सेंटर में डीएमएलटी सुषमा मौर्या, एएनएम लवली मौर्या और तकनीशियन प्रिंस कार्यरत हैं। उपरोक्त कमियों के आधार पर टीम ने वेदांत डायग्नोस्टिक सेंटर को तत्काल प्रभाव से सील कर दिया। संचालक अजय सिंह को सख्त चेतावनी दी गई कि सील के साथ किसी प्रकार की छेड़छाड़ न की जाए। आगे की कार्रवाई के लिए मामला सीएमओ कार्यालय को प्रेषित कर दिया गया है।

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सोर्स : अयोध्या कार्यालय

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